मेरठ: Contempt of Court Case: लोकसभा चुनाव 2024 में मेरठ से समाजवादी पार्टी ने पूर्व महापौर सुनीता वर्मा को अपना प्रत्याशी बनाया है. एक मामले में उनके पति पूर्व विधायक योगेश वर्मा की मुसीबतें बढ़ गई हैं. बुलंदशहर की एमपी एमएलए विशेष कोर्ट ने पूर्व विधायक को कोर्ट की अवमानना मामले में तलब किया है. उनके अलावा बुलंदशहर के पूर्व ब्लॉक प्रमुख को भी तलब किया गया है.
दरअसल, पूर्व विधायक योगेश वर्मा 2019 में बुलंदशहर लोकसभा सीट से सपा, बसपा व रालोद के संयुक्त प्रत्याशी थे. उस वक्त बुलंदशहर ब्लॉक प्रमुख हाजी यूनुस के साथ लोकसभा चुनाव के लिए बिना परमिशन रात में चुनाव प्रचार किया था.
इस मामले में समन जारी हुए थे, जिसमें पूर्व विधायक के साथ रहे पूव ब्लॉक प्रमुख के अतिरिक्त सौरभ शर्मा और राजीव भाटी शामिल हैं. मामले में राजीव भाटी और सौरभ शर्मा तो कोर्ट में हाजिर हो गये थे, लेकिन पूर्व विधायक और पूर्व ब्लॉक प्रमुख हाजी यूनुस कोर्ट में पेश नहीं हो रहे थे.
जिसे कोर्ट ने न्यायालय की अवहेलना मानते हुए आदर्श आचार संहिता का उलंघन करने के मामले में कोर्ट में तलब किया है. ईटीवी भारत से विशेष अभियोजन अधिकारी हितेन्द्र वर्मा ने बताया कि 12 अप्रैल को दोनों को कोर्ट में हाजिर होने का आदेश एमपी एमएलए विशेष कोर्ट के न्यायाधीश विनय कुमार ने जारी किया है.
गौरतलब है कि मेरठ में भी कई मामलों पूर्व विधायक योगेश वर्मा के खिलाफ जिलाबदर की कार्रवाई के संबंध में फाइल डीएम के पास पहुंची हुई है.
उस समय वादी उपनिरीक्षक नकुल सिंह की तहरीर पर कोतवाली पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया था.