बागपत: जिला अस्पताल में जैविक जिहाद की प्लानिंग बनाने वाले एक आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. दरअसल, जिला अस्पताल के डिप्टी सीएमओ के खाने और पेय पदार्थ में टीबी के वायरस और अन्य रसायन पदार्थ मिलाकर पिलाने की साजिश जिला अस्पताल में ही तैनात दो कर्मचारी बना रहे थे. बुधवार को साजिश रचने वाले मास्टर माइंड को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. जबकि दूसरा साथी अभी भी फरार है. डिप्टी सीएमओ ने संविदा कर्मचारी जब्बार और मुशीर के खिलाफ केस दर्ज कराया था.
बागपत पुलिस मीडिया सेल के अनुसार, 7 नवंबर को थाना कोतावली में डिप्टी सीएमओ डा. यशवीर सिंह ने जिला अस्पताल में कार्यरत संविदा कर्मचारी जब्बार खान निवासी चमरावल और मुशीर अहमद निवासी शौकत मार्केट ने षडयांत्र करके टीबी के मरीज की बलगम व अन्य रसायन पदार्थ खाने में मिलाकर उनकी हत्या करने की साजिश रच रहे हैं. पुलिस ने केस दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दिया था. इसी कड़ी में कोतवाली पुलिस ने फरार चल रहे जब्बार को गिरफ्तार किया है. इसके साथ ही अग्रिम विधिक कार्रवाई कर रही है.
दरअसल जिला अस्पताल के क्षय रोग विभाग के नोडल अधिकारी व डिप्टी सीएमओ को उनके एक कर्मचारी ने एक ऑडियो क्लिप देकर बताया था कि उन्हीं के स्टाफ जब्बार और मुशीर पिज्जा और पेय पदार्थ में टीबी के बलगम मिलाकर उन्हें देने का दबाव बना रहे हैं. इसके बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया था. लते डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने भी इस घटना का संज्ञान लिया था और पुलिस ने तत्परता से कार्रवाई की.
सीएमओ टी लाल के मुताबिक, टीबी यूनिट के नोडल और डिप्टी सीएमओ डॉ. यशवीर सिंह के अधीन एक कर्मचारी मुशीर है. मुशीर 2004 से यहां काम कर रहा है. दूसरा कर्मचारी जब्बार है जो टीबी और एचआईवी कोऑर्डिनेटर के पद पर 2013 से कार्यरत है. इन दोनों की बातचीत का ऑडियो वायरल हुआ है.