दौसा. जिले के सिकराय उपखंड में जिला कांग्रेस कमेटी की ओर से गुरुवार को उपखंड कार्यालय के बाहर राज्य सरकार के खिलाफ धरना-प्रदर्शन किया गया. इस दौरान कांग्रेस नेताओं ने अपनी 5 सूत्रीय मांगों को लेकर मुख्यमंत्री के नाम सिकराय उपखंड अधिकारी को ज्ञापन सौंपा. इस दौरान कांग्रेस जिला अध्यक्ष रामजी लाल औंढ ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार द्वारा जनहित की योजनाओं को लागू किया गया. लेकिन प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के बाद सरकार समीक्षा के नाम पर योजनाओं को बंद करने पर अड़ी हुई है.
अघोषित बिजली कटौती से परेशान आमजन: वहीं कांग्रेस के ब्लॉक अध्यक्ष लटूरमल प्रधान ने बताया कि जिले भर में अघोषित बिजली कटौती से आमजन परेशान है. रात में 9 बजे से 2 बजे तक बिजली कटौती की जाती है. वहीं दिन में भी बिजली आंख मिचौली का खेल खेलती है. जिसके कारण आमजन का दिन का चैन और रात की नींद हराम हो रही है. साथ ही उन्होंने बताया कि पिछली कांग्रेस सरकार द्वारा सिकराय विधानसभा में विकास कार्यों के लिए करोड़ों रुपए के काम स्वीकृत किए गए थे, लेकिन भाजपा सरकार द्वारा अब उन कामों में रुकावट लगाई जा रही है.
जिले के बड़े नेता दिखे गायब: धरना-प्रदर्शन में जिले के बड़े कांग्रेस नेताओं का नहीं आना भी चर्चा का विषय बना रहा. दरअसल, लोकसभा क्षेत्र से 15 साल बाद कांग्रेस पार्टी से मुरारीलाल मीना सांसद बने हैं. वहीं सिकराय से पूर्व विधायक रहीं ममता भूपेश सरकार में मंत्री रही हैं. वहीं बांदीकुई से पूर्व विधायक गजराज खटाना, महुवा से कांग्रेस प्रत्याशी रहे ओमप्रकाश हुडला, लालसोट से पूर्व विधायक और पूर्व चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीना ने भी इस धरना-प्रदर्शन से दूरी बनाए रखी.
इन मांगों को लेकर सौंपा ज्ञापन: इस दौरान कांग्रेस जिला अध्यक्ष के नेतृत्व में सभी कार्यकर्ताओं ने उपखंड अधिकारी को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। जिसमें कोटा में जिला कमेटी द्वारा नीट पेपर को लेकर दिए गए धरना प्रदर्शन में पुलिस द्वारा कांग्रेस नेताओं पर दर्ज किए गए मुकदमे वापस लेने, बिजली की अघोषित कटौती को बंद कर सुचारू ढंग बिजली आपूर्ति करने, जिले में पेयजल समस्या का समाधान करने जैसी मांगे शामिल हैं. इस दौरान ब्लॉक अध्यक्ष सिकराय खेमराज मीना, जिला प्रमुख हीरालाल सैनी, बालाजी मंडल प्रवक्ता इंद्रेश मीना, प्रधान सिवराम मीना, सिकंदरा प्रधान सुल्तान बैरवा, सरपंच सुमेर मीना सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे.