देहरादून: कांग्रेस पार्टी को एक बार फिर तगड़ा झटका लगा है. एक के बाद एक लग रहे झटकों से कांग्रेस कमजोर होती जा रही है. पार्टी में इस्तीफों का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है. अब कांग्रेस प्रदेश महासचिव और 2022 में कांग्रेस के टिकट पर कालाढूंगी से विधानसभा चुनाव लड़ चुके महेश शर्मा ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है और भाजपा का दामन थाम लिया है.
महेश शर्मा के बीजेपी जॉइनिंग पर कांग्रेस का कहना है कि उनके जाने से पार्टी को कोई फर्क नहीं पड़ा है. पार्टी के उपाध्यक्ष संगठन मथुरा दत्त जोशी का कहना है कि उनका मन कांग्रेस पार्टी में नहीं लगता था, लेकिन पार्टी ने उन्हें हमेशा सम्मान दिया. एक वक्त था जब कांग्रेस पार्टी ने ही उनकी धर्मपत्नी को जिला पंचायत अध्यक्ष बनाया. जबकि साल 2022 में महेश शर्मा को कांग्रेस के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ाया गया. पार्टी में बगावत करने के बाद वह साल 2012 और 2017 में पार्टी के खिलाफ चुनाव लड़े और उन्होंने कांग्रेस के प्रत्याशी को हराने का काम किया.
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इतना सब होने के बाद भी कांग्रेस ने उन्हें साल 2022 के विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार बनाया. उन्हें कांग्रेस ने सम्मानित करते हुए यशपाल आर्य, प्रीतम सिंह और गणेश गोदयाल की कमेटी में महामंत्री बनाया. मथुरा दत्त जोशी का कहना है कि जिन लोगों ने पार्टी के साथ दगाबाजी करनी ही करनी है तो फिर ऐसे व्यक्ति का पार्टी छोड़ना ही बेहतर है. बता दें कि लोकसभा चुनाव 2024 के तारीखों का ऐलान होने के बाद प्रदेश कांग्रेस में भगदड़ मची हुई हुई है. एक के बाद एक नेता कांग्रेस का दामन छोड़कर बीजेपी में शामिल हो रहे हैं.