अशोकनगर। जिले में कांग्रेस ने गांधी पार्क पर भाजपा के पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर के बयान को लेकर विरोध प्रदर्शन का कार्यक्रम आयोजित किया. इस दौरान कांग्रेस विधायक हरीबाबू राय और पुलिस के बीच हल्की नोक झोंक भी हुई. हालांकि बाद में विधायक ने सार्वजनिक रूप से पुलिस को इशारा करते हुए कहा कि 'हमारी पिटाई करो, डंडे मारो, गाड़ियों में भरकर ले जाओ, क्योंकि पुलिस की मार से हमारी बेइज्जती नहीं होती. आखिर, हरी बाबू राय ने ऐसा क्यों कहा...?
सदन में अनुराग ठाकुर वर्सेस राहुल गांधी
दरअसल, मंगलवार यानि 30 जुलाई को बीजेपी सांसद व पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने लोकसभा में भाषण दिया था. जिसमें उन्होंने राहुल गांधी की जाती पूछ ली थी. उन्होंने जातिगत जनगणना के मुद्दे पर राहुल गांधी का नाम लिए बिना सवाल किया था. जिसको लेकर सदन में हंगामा मच गया था. राहुल गांधी ने भी अनुराग ठाकुर पर आरोप लगाते हुए कहा था कि उन्होंने मुझे गाली दी है.'
कांग्रेस विधायक और पुलिस में नोक झोंक
बता दें कि अनुराग ठाकुर द्वारा दिए गए बयान को लेकर अशोकनगर के गांधी पार्क में कांग्रेस द्वारा धरना प्रदर्शन दिया जा रहा था. जहां पुलिस एवं प्रशासन को जानकारी लगी, कि इस प्रदर्शन के दौरान अनुराग ठाकुर का पुतला दहन किया जाएगा. जिसके चलते बड़ी संख्या में पुलिस बल गांधी पार्क और आसपास सड़कों पर तैनात रहा. धरना प्रदर्शन के दौरान पुलिसकर्मियों ने एक लेयर बनाकर धरना प्रदर्शन कार्यक्रम को घेर लिया था. इन्हीं बातों से नाराज होकर विधायक ने पुलिस से इस तरह घेराबंदी किए जाने का कारण पूछते हुए उन्हें सामने से हट जाने के लिए कहा. इस दौरान विधायक हरीबाबू राय और एसडीओपी विवेक शर्मा के बीच हल्की नोक झोंक भी हुई. हालांकि इसके बाद पुलिस ने अपनी लेयर तोड़कर सामने का रास्ता खाली कर दिया था.
कांग्रेस विधायक पुलिस से बोले, सबसे पहले मुझे पीटो
वही अंत में विधायक ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि 'मैं यह चाहता था, कि पुलिस थोड़ा साइड में हो जाएगी, तो लोग यहां खड़े हो जाएंगे. जिसके कारण उन्हें ऐसा लगा कि मैं गलत बात कर रहा हूं. जबकि आप सभी लोग जानते हो कि मैं कभी गलत बात नहीं करता. यहां लोग खड़े नहीं हो पा रहे थे, चारों तरफ पुलिसकर्मी खड़े हो गए थे. अगर हम कुछ गलत काम करें तो हमारी पिटाई करो, हम में डंडे मारो, गाड़ियों में भर ले जाओ. कोई बात नहीं. पुलिस की मार से हमारी बेइज्जती नहीं होती. नेता हो तो पिटते हैं, जेल जाते हैं. मैं तो सबसे पहले यह कहता हूं की सबसे पहले मुझे पीटो. उसमें क्या बुराई है..?
कार्यकर्ताओं को दी हिदायत
आपका काम है कांग्रेस की सरकार होती तो भी आप यही करते, भाजपा की सरकार है तो भी आप यही काम कर रहे हैं. मैंने भी नौकरी की है, इसमें कोई बुराई नहीं. आप लोग बुरा मत मानना. मैं तो केवल यह कहा था की थोड़ी जगह दे दो, जिससे कि लोगों को खड़े होने की जगह मिल जाए. वहीं अपने कार्यकर्ताओं को हिदायत देते हुए विधायक हरी बाबू राय ने कहा कि, हम लोग जो भी प्रदर्शन करेंगे वह बहुत शांति प्रिय तरीके से ही करेंगे.'