भीलवाड़ा: शहर में विद्युत विभाग के खिलाफ मंगलवार को कांग्रेस राजनेता पांच सूत्रीय मांगों को लेकर सड़कों पर उतरे गए. उन्होंने अधीक्षण अभियंता कार्यालय पर विरोध प्रदर्शन कर एमडी के नाम अधीक्षण अभियंता को ज्ञापन सौंपा है.
राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य मनोज पालीवाल ने बताया कि हमने पांच सूत्रीय मांगों को लेकर आज अधीक्षण अभियंता कार्यालय पर प्रदर्शन कर एमडी के नाम अधीक्षण अभियंता को ज्ञापन सौंपा है. कांग्रेस के राजनेताओं ने आरोप लगाते हुए कहा कि भीलवाड़ा के अंदर एक निजी बिजली कंपनी जनता को लूट रही है. त्योहार पर भी बिजली के बिल में बढ़ी हुई राशि भेज दी है. ऐसे में जनता परेशान है. राजस्थान में सिर्फ भीलवाड़ा शहर में ही यह बढ़ी हुई राशि भेजी गई है. जबकि दूसरी जगह राशि नहीं बढ़ाई है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि भीलवाड़ा की शहर के विधायक इस मामले में कोई हस्थक्षेप नहीं कर रहे हैं. उनकी जुबान बंद है, जो अमानत राशि है उसको कम की जाए.
ये हैं प्रमुख मांगें:
- बढ़ाई गई अमानत राशि को निरस्त किया जाए.
- सिक्योर कंपनी का एग्रीमेंट 10 वर्ष के लिए किया गया था, जो पूर्ण हो चुका है. उसे अब आगे नहीं बढ़ाया जाए.
- कृषि भूमि पर बने मकानों को आवासीय कनेक्शन दिए जाएं.
- 200 यूनिट बिजली की छूट को चालू रखा जाए और नए रजिस्ट्रेशन चालू किए जाएं.
- अघोषित बिजली कटौती को बंद की जाए.
इन पांच सूत्रीय मांगों को लेकर हमने ज्ञापन सौंपा है. अधीक्षण अभियंता ने आश्वासन दिया है. अगर विद्युत विभाग इन मामले में कोई ठोस कार्रवाई नहीं करता है, तो भविष्य में बड़ा आंदोलन किया जाएगा. इस दौरान नगर परिषद के नेता प्रतिपक्ष धर्मेंद्र पारीक सहित कांग्रेस के राजनेता व पदाधिकारी मौजूद रहे.