लखनऊ: उत्तर प्रदेश कांग्रेस में पदाधिकारियों की नियुक्ति को लेकर आने वाले कुछ दिनों में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा. बीते दिनों दिल्ली में राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की अध्यक्षता में सभी राज्यों के प्रदेश अध्यक्ष और सचिवों की बैठक हुई थी. जिसमें उत्तर प्रदेश को लेकर चर्चा हुई है.
यूपी में भविष्य की रणनीति को लेकर भी प्रदेश अध्यक्ष और राष्ट्रीय अध्यक्ष के बीच चर्चा हुई है. जिसमें प्रदेश के कुछ बड़े नेताओं को राष्ट्रीय राजनीति में लाने के साथ ही उत्तर प्रदेश में 2027 के विधानसभा चुनाव की तैयारी के लिए रणनीति पर चर्चा की गई.
यूपी के कांग्रेस नेताओं को केंद्रीय टीम में मिल सकती है जगह: दिल्ली में हुई बैठक के बाद उत्तर प्रदेश के नेताओं को राष्ट्रीय राजनीति में लाने के लिए कुछ नेताओं को राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की टीम में जगह मिल सकती है. पार्टी से मिली जानकारी के अनुसार लंबे समय बाद लोकसभा चुनाव में पार्टी के बेहतर प्रदर्शन को देखते हुए कुछ सांसदों और नेताओं को राष्ट्रीय टीम में रखा जा सकता है.
तनुज पुनिया, इमराम मसूद को मिल सकती है बड़ी जिम्मेदारी: सूत्रों के अनुसार बाराबंकी के सांसद और पार्टी के दलित चेहरे तनुज पुनिया, सहारनपुर से पहली बार सांसद बने इमरान मसूद और पार्टी के संगठन में काम कर चुके योगेश दीक्षित को केंद्रीय टीम में जगह मिलने की चर्चा है. इन्हें देश के दूसरे राज्यों में राष्ट्रीय सचिव बनाकर भेजे जाने की कवायद चल रही है.
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 का प्रभारी बन सकते हैं तनुज पुनिया: तनुज पुनिया को महाराष्ट्र भेजने की तैयारी है, तो वहीं इमरान मसूद को दिल्ली भेजा जा सकता है. इसके अलावा उत्तर प्रदेश में मौजूदा राष्ट्रीय सचिव को भी बदला जा सकता है. उनके स्थान पर दूसरे राज्यों के नेताओं को यूपी में लाने की तैयारी है.
अविनाश पाण्डेय के भी महाराष्ट्र जाने की चर्चा: सूत्रों का कहना है कि मौजूदा प्रदेश प्रभारी राष्ट्रीय महासचिव अविनाश पाण्डेय के मूल गृह प्रदेश महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव की घोषणा होनी है. ऐसे में उत्तर प्रदेश में उनके काम को देखते हुए पार्टी उन्हें दोबारा से अपने गृह प्रदेश में चुनाव में बड़ी जिम्मेदारी देने की तैयारी कर रही है.
छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल हो सकते हैं यूपी के प्रभारी: उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन में बने रहने के लिए पार्टी PDA के आधार पर उत्तर प्रदेश में प्रभारी बना सकती है. जिसमें सबसे पहला नाम छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का सामने आ रहा है. भूपेश बघेल राहुल गांधी के करीबियों में हैं, साथ ही प्रियंका गांधी भी उनके नाम पर सहमति दे सकती हैं. ऐसे में उत्तर प्रदेश में प्रियंका गांधी के प्रभाव को कम करने की स्थिति में जो माहौल बदलेगा उसे भी आसानी से पार्टी ठीक कर सकती है.
यूपी में उपचुनाव के साथ विधानसभा चुनाव 2027 की तैयारी कर रही कांग्रेस: इस पूरे मामले पर कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय का कहना है कि बीते दिनों दिल्ली में राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की अध्यक्षता में प्रदेश में संगठन में बड़े बदलाव करने पर चर्चा हुई है. जो भी बदलाव किए जाएंगे, उसमें उत्तर प्रदेश की भूमिका को राष्ट्रीय नेतृत्व में प्रमुखता से शामिल किया जाएगा.
साथ ही 2027 के विधानसभा चुनाव को लेकर पार्टी की क्या रणनीति होनी चाहिए, इसके लिए संगठन को किस तरह से मजबूत किया जाना है. इसको लेकर राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय नेतृत्व के साथ बैठक में चर्चा की गई है.