सिरसा: किरण चौधरी और श्रुति चौधरी के बीजेपी में जाने पर सिरसा से कांग्रेस सांसद कुमारी सैलजा ने प्रतिक्रिया दी. सैलजा ने कहा कि किरण चौधरी, श्रुति चौधरी समेत कई नेताओं के साथ नाइंसाफी हुई. यही कारण है कि किरण और श्रुति ने कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में जाने का फैसला किया. उन्होंने कहा कि अगर वो कांग्रेस में रहते, तो हम मिलकर काम करते, लेकिन उन्होंने पार्टी छोड़ने का कदम उठा लिया. सैलजा ने भविष्य के लिए किरण और श्रुति को शुभकामनाएं दीं.
किरण चौधरी पर कुमारी सैलजा: कांग्रेस सांसद ने कहा कि पार्टी में चौधरी बीरेंद्र सिंह के साथ भी नाइंसाफी हुई थी. इसी तरह रणजीत सिंह चौटाला समेत कई अन्य नेता भी हैं. जिन्होंने पार्टी छोड़ी. हालांकि बीरेंद्र सिंह वापस कांग्रेस में आ गए हैं. सैलजा ने कहा कि किरण चौधरी, श्रुति चौधरी, रणजीत सिंह सुरजेवाला और चौधरी बीरेंद्र सिंह ने लोकसभा चुनाव में खूब मेहनत की. जिसका नतीजा है कि वो सिरसा से जीतकर सांसद बनीं. उन्होंने लोकसभा चुनाव में सपोर्ट करने पर सभी नेताओं का आभार जताया.
दीपक बावरिया पर गंभीर आरोप: कुमारी सैलजा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी बड़ा परिवार है. इसलिए इस तरह के हालात अकसर बन जाते हैं. पार्टी में नए नेताओं को लगातार शामिल किया जा रहा है और पुरानों की अनदेखी हो रही है. पार्टी को सबको साथ जोड़कर रखना चाहिए. उन्होंने कहा कि कांग्रेस प्रभारी दीपक बावरिया का बर्ताव भी किरण चौधरी व श्रुति चौधरी के प्रति अच्छा नहीं रहा. पार्टी में चल रही सभी बातों को हाईकमान के समक्ष रखा जाएगा. ये सब बातें पार्टी फोरम में होंगी.
पार्टी छोड़ने के सवाल पर दी प्रतिक्रिया: कुमारी सैलजा ने लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी के टिकट वितरण पर सवाल उठाए थे. इसपर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष उदयभान ने कहा था कि उन्हें अगर कोई परेशानी है तो हाईकमान से बात करें. उनके इस बयान पर सैलजा ने कहा कि मुझे सीखाने वाला कांग्रेस पार्टी में कोई भी नहीं है. कोई इक्का-दुक्का है तो उनसे बातचीत होती रहती है. सैलजा के कहा कि बरसों से वो पार्टी के साथ जुड़ी हैं. खून-पसीने से उन्होंने कांग्रेस को सींचने का काम किया है. लिहाजा किसी भी सूरत में पार्टी छोड़ने की बात मैंने सोची तक नहीं.
उदय भान को दी नसीहत: कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष उदयभान को नसीहत देते हुए उन्होंने कहा कि उदय भान को जो बोलना है बोलते रहें. इससे सैलजा को कोई फर्क नहीं पड़ता. जो वो चाहेंगी. वही बोलेंगी और पार्टी के दायरे में रहेंगी. इसलिए वो पार्टी में गर्दन उठाकर चलती हैं और बोलती हैं. बीरेंद्र सिंह को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में सांसद सैलजा ने कहा कि वो पार्टी के कद्दावर नेता हैं. साथ मिलकर काम करेंगे और पार्टी को मजबूत बनाएंगे.
फिर उठाया टिकट वितरण का मुद्दा: कुमारी सैलजा ने गुरुग्राम लोकसभा सीट से अजय यादव को टिकट नहीं मिलने पर दुख जताया और कहा कि अगर टिकट अजय यादव को मिलता, तो वो जरूर जीत हासिल करते. बाहरी व्यक्ति को टिकट देकर रिजल्ट खराब किया गया है और पांच सालों तक इलाके में मेहनत करने वाले को दरकिनार किया गया. नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र हुड्डा पर सैलजा ने कहा कि जब मैं कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष थी, तब उन्होंने एक भी काम मुझे करने नहीं दिया. इसलिए उन्होंने इस पद से इस्तीफा दिया था.