पूर्णियाः बिहार में राजनीतिक उठापटक के बीच कांग्रेस ने शनिवार को अपने विधायकों के साथ बैठक की. जिसमें 19 में से 16 विधायक मौजूद रहे. पार्टी सूत्रों के मुताबिक विधायक विजेंद्र यादव और मुन्ना तिवारी आज रविवार को पूर्णिया पहुंचेंगे और विधायक सिद्धार्थ सिंह पारिवारिक कारणों के कारण पूर्णिया नहीं पहुंच पाएंगे. तमाम विधायक राहुल गांधी की पूर्णिया में होने वाली रैली को सफल बनाने में जुटे हुए हैं. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सिंह का कहना है कि पार्टी पूरी तरह से एकजुट है और टूट की खबरें निराधार हैं.
दरअसल राजनीतिक हलके में चर्चा है कि कांग्रेस 19 में से 13 विधायक भाजपा के संपर्क में है. जिसके बाद कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश सिंह ने 16 विधायकों की सूची जारी की, जो मीटिंग में मौजूद थे. बैठक में मौजूद विधायकों में शकील खान, अजीत शर्मा, अजय कुमार सिंह, सचेतक राजेश राम, आफाक आलम आफाक आलम, अबिदुल रहमान, मनोहर सिंह, क्षत्रपति यादव, आनन्द शंकर, संतोष मिश्रा, मुरारी गौतम, नीतू सिंह, प्रतिमा दास, इजराइल हुसैन, विश्वनाथ राम और विजय शंकर दुबे के नाम शामिल हैं. बाकी नेता आज पूर्णिया आएंगे.
यात्रा को सफल बनाने में जुटी कांग्रेसः बता दें कि बिहार में बदलते राजनीतिक समीकरण के बीच इस बात की चर्चा है कि कांग्रेस के कई विधायक भाजपा में शामिल होंगे, लकिन बिहार कांग्रेस के तमाम बड़े नेताओं का कहना है कि पार्टी में एकजुटता पूरी तरह से बनी हुई. किसी भी विधायक के टूटने का कोई सवाल ही नहीं है. सभी नेता राहुत गांधी की भारत जोड़ो यात्रा को सफल बनाने में जुटे हैं. राहुल गांधी की सीमांचल में यात्रा की तैयारी जोर शोर से चल रही है. यात्रा में लाखों लोगों के जुटने की संभावना है.
"सीमांचल के क्षेत्र में राहुल गांधी जी की न्याय यात्रा होनी है, उसी को लेकर सभी विधायक और नेता पूर्णिया में हैं. कल हमलोगों ने कांग्रेस विधायक दल की बैठक की. हमारे सभी विधायक साथ हैं. 16 एमएलए शामिल थे बैठक में बाकी आज आएंगे. हम सब एकजुट हैं टूट की बात निराधार है. हमारी लड़ाई 2024 की है और हमलोग का पूरा फोकस राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा पर है"- अखिलेश सिंह, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष
राजद ने तैयार की अपनी रणनीतिः वहीं शनिवार को पटना में तेजस्वी यादव के सरकारी आवास में राजद विधायक दल की बैठक संपन्न हुई. बैठक के बाद जो सूत्रों से जानकारी निकल कर सामने आई है, उसके मुताबिक राष्ट्रीय जनता दल सत्ता के लिए किसी भी पार्टी के विधायकों को तोड़ने के खिलाफ है. राजद ने विपक्ष में बैठने के लिए रणनीति तैयार कर ली है. रविवार को नीतीश कुमार के फैसले के बाद राष्ट्रीय जनता दल सरकार में रहते हुए अपने काम को लेकर जनता के बीच जाने का निर्णय लिया है. राजद लोगों को बताएगी कि सरकार में रहते हुए जनता के हित में जातीय जनगणना से लेकर 2 लाख से अधिक शिक्षकों की बहाली और कई फैसले जनता के हित में लिए गए.
ये भी पढ़ेंः
पूर्णिया में कांग्रेस नेताओं की अहम बैठक जारी, बदलते राजनीतिक हालात पर हो रही चर्चा
आरजेडी विधानमंडल दल की मीटिंग जारी, बैठक में शामिल होने वाले सभी नेताओं के मोबाइल फोन रखवाए गए बाहर
नीतीश कुमार आज नहीं कल देंगे मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा! रविवार शाम को ही लेंगे दोबारा शपथ
बिहार में आज टूट सकता है महागठबंधन, राज्यपाल के सामने परेड कर सकते हैं RJD विधायक
'बिहार में BJP-JDU के बीच सब कुछ तय, 28 जनवरी को बदल जाएगी सरकार'