अजमेर. लोकसभा चुनाव को लेकर सियासी सरगर्मियां तेज हो गई हैं. कांग्रेस प्रदेश लोकसभा चुनाव समिति के सदस्य मुरारी लाल मीणा ने शनिवार को अजमेर में कांग्रेसी कार्यकर्ता और दावेदारों की नब्ज टटोली. मीणा ने दावेदारों से वन टू वन बातचीत की और उनके बायोडाटा लिए. मीणा के साथ आए एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष विनोद मीणा ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को एकजुट होकर चुनाव लड़ने के लिए आह्वान किया. वहीं कार्यकर्ताओं ने बाहरी व्यक्ति को उम्मीदवार नहीं बनाने की मांग रखी.
अजमेर लोकसभा चुनाव के लिए 12 जनों ने दावेदारी की है. इस बीच अजमेर से सचिन पायलट के भी चुनाव लड़ने की अटकलें तेज हो गई हैं. कांग्रेस की लोकसभा चुनाव समिति के सदस्य मुरारी लाल मीणा ने कहा कि अजमेर कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने बैठक में बाहरी व्यक्ति को उम्मीदवार नहीं बनाने की मांग उठाई है, लेकिन सचिन पायलट के अजमेर से चुनाव लड़ने पर सहमति भी जताई है.
बातचीत में उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव को लेकर प्रदेश लोकसभा चुनाव समिति ने मुझे अजमेर में कांग्रेस के कार्यकर्ताओं का मन टटोलने के लिए भेजा है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस मजबूती के साथ चुनाव लड़ेगी और अच्छे उम्मीदवार मैदान में उतारेगी. मीणा ने कहा कि मीटिंग में बाहरी नेता उम्मीदवार नहीं बनाने की मांग उठी थी, लेकिन साथ में यह भी कहा गया था कि सचिन पायलट या उनके समक्ष कोई नेता यदि अजमेर से चुनाव लड़ते हैं, तो कोई एतराज नहीं है. यदि कोई बड़ा नेता नहीं आता है, तो फिर स्थानीय व्यक्ति को प्राथमिकता दी जाए. पायलट चुनाव लड़ेंगे या नहीं, यह मैं नहीं कह सकता. लेकिन मेरा काम है कार्यकर्ताओं की भावना को आगे पहुंचाना वह मैं पहुंचा दूंगा.
दो माह में चल गया जनता को पता: मीणा ने कहा कि बीजेपी धर्म-जाति के नाम पर लोगों की भावना भड़का कर लोगों को दो इमोशनल कर देती है. ऐसी स्थिति में हमारा कांग्रेस का कार्यकर्ता एकजुट होकर मेहनत नहीं करेगा, तो चुनाव जीतना मुश्किल हो जाता है. इसलिए मेरा कार्यकर्ताओं से आह्वान था कि एकजुट होकर सभी मेहनत करें इससे फतह हासिल की जा सकती है.
उन्होंने कहा कि बीजेपी ने देश में जिस तरह का माहौल कर रखा है, इस बीच वह विकास, रोजगार, नौकरी की वे बात नहीं करते हैं. हमारे मुद्दे विकास, बेरोजगारी, महंगाई को लेकर है. विगत कांग्रेस सरकार की योजनाओं का नाम बदलने और उन्हें बंद करने का काम प्रदेश में बीजेपी सरकार ने किया है. विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने जनता की भावनाएं भड़काकर चुनाव जीता, लेकिन अब जनता को जल्दी ही वास्तविकता का पता चल गया है. प्रदेश में बीजेपी की सरकार बनने के बाद गंगानगर में उपचुनाव हुआ. इसमें प्रत्याशी को मंत्री भी बनाया गया था, लेकिन जनता ने उसे नकार दिया.
दो बार हुए जीरो से आउट: मीणा ने कहा कि पिछली बार भी विधानसभा चुनाव हम अजमेर में हार गए थे. लेकिन सांसद की सीट हम जीते थे. सीपी जोशी, महादेव खंडेला जैसे बड़े नेता विधानसभा चुनाव हार गए थे, लेकिन वह लोकसभा का चुनाव जीते थे. मेरा मानना है कि प्रदेश में चुनाव के बाद भाजपा के खिलाफ माहौल बना है. उन्होंने कहा कि राजस्थान की 25 सीटों पर मजबूती के साथ हम चुनाव लड़ेंगे. पिछले दो बार लोकसभा चुनाव में हम जीरो पर आउट हुए थे, इस बार बहुत अच्छी टक्कर देंगे.
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बीजेपी झूठ का पुलिंदा: मुरारी लाल मीणा ने कहा कि बीजेपी झूठ का पुलिंदा है और यह सब जानते हैं कि बीजेपी झूठ पर आधारित राजनीति करती है और अभी उनका झूठ के आधार पर ठप्पा चल भी रहा है. मीणा ने कहा कि सचिन पायलट के चुनाव में सभी कार्यकर्ताओं ने एकजुट के साथ मेहनत की और जीत हासिल की थी. बाद में डॉ रघु शर्मा ने भी जीत हासिल की थी. मैंने कार्यकर्ताओं से यही कहा है कि एकजुट होकर चुनाव लड़ीए निश्चित ही जीत मिलेगी. एकजुट नहीं हैं, यह कमियां है, तो हैं. इसलिए ही कहा गया है कि एकजुट होकर चुनाव लड़े. चुनाव के लिए बहुत मेहनत की जरूरत होती है.
इन नेताओं ने की दावेदारी: जिला दुग्ध उत्पादन समिति अध्यक्ष रामचंद्र चौधरी, पूर्व विधायक नाथूराम सिनोदिया, पूर्व विधायक रामनारायण गुर्जर, प्रदेश सचिव डॉ सुनील लारा, पूर्व डॉ राजकुमार जयपाल, पूर्व विधायक कय्यूम खान, निवर्तमान शहर अध्यक्ष विजय जैन, पूर्व सचेतक नोरत गुर्जर, युवा नेता धर्मेंद्र शर्मा, एनएसयूआई अध्यक्ष मोहित मल्होत्रा आदि शामिल है.