जयपुर : राजस्थान की सात सीटों पर उपचुनाव में प्रत्याशियों के चयन को लेकर आज कांग्रेस की प्रदेश को-ऑर्डिनेशन कमेटी की बैठक पीसीसी वॉर रूम में हुई. प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में टिकट वितरण के साथ ही चुनावी रणनीति, बूथ मैनेजमेंट और चुनाव के प्रचार अभियान को लेकर भी चर्चा हुई. माना जा रहा है कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने सभी सात सीटों पर उम्मीदवारों के नाम तय कर लिए हैं. अब दिल्ली से आलाकमान की मुहर लगने के बाद वहां से प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी जाएगी. कांग्रेस मंगलवार को प्रत्याशियों की सूची जारी कर सकती है. आज की बैठक के बाद एक बात और साफ हो गई है कि सभी सात सीटों पर कांग्रेस अकेले चुनाव लड़ेगी. किसी भी स्थानीय पार्टी से गठबंधन नहीं होगा.
प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में पूर्व सीएम अशोक गहलोत, प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली, भंवर जितेंद्र सिंह, डॉ. सीपी जोशी आदि भी मौजूद रहे. सचिन पायलट विदेश दौरे पर होने के कारण बैठक में नहीं आए. मीटिंग के बाद मीडिया से बातचीत में प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा डोटासरा ने कहा कि सातों सीटों पर हमारी पूरी तैयारी है. हमने कैंडिडेट तय कर लिए हैं. इसके बारे में सबसे बात कर ली है. आलाकमान को प्रस्तावित नाम (पैनल) भेजेंगे. किसी भी पार्टी से हमारा प्रदेश स्तर पर कोई गठबंधन नहीं है. हम सातों जगह चुनाव लड़ रहे हैं. यह बात भी हम साफ करना चाहते हैं. हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी आलाकमान कोई निर्देश दे या कोई फैसला करे, हम उसमें बंधे हुए हैं, लेकिन हमने गठबंधन को लेकर किसी से कोई बात नहीं की है. डोटासरा ने साफ किया कि जयपुर से जो पैनल भेजा जा रहा है. उसमें एक नाम भी हो सकता है या दो-तीन दावेदारों के नाम भी हो सकते हैं.
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दस में से 9 सदस्य आए, पायलट विदेश दौरे पर : डोटासरा ने बताया कि को-ऑर्डिनेशन कमेटी के दस सदस्यों में से 9 आज की बैठक में मौजूद रहे. राष्ट्रीय महासचिव सचिन पायलट विदेश दौरे के कारण बैठक में नहीं पहुंच पाए. उनसे फोन पर बात हुई है. टिकट को लेकर चर्चा हुई है. प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा के जरिए यह नाम आलाकमान को भेजे जाएंगे. चुनावी रणनीति, बूथ मैनेजमेंट और प्रचार अभियान को लेकर भी आज बैठक में चर्चा की गई है.
हथकंडे अपनाकर चुनाव जीतना चाह रही भाजपा : डोटासरा ने कहा कि डबल इंजन की सरकार साम, दाम, दंड और भेद की नीति और सत्ता का दुरुपयोग, प्रलोभन, डराने-धमकाने जैसे हथकंडे अपनाकर चुनाव जीतने का प्रयास कर रही है. सरकारी कर्मचारियों को ट्रांसफर की धमकी दी जा रही है. कांग्रेस का कार्यकर्ता इन हथकंडों से डरने और भयभीत होने वाला नहीं है. दस महीने से कांग्रेस जनता के मुद्दों पर लड़ाई लड़ रही है.
पर्ची सरकार ने किया प्रदेश का बेड़ा गर्क : डोटासरा ने कहा कि पहले से हमने सीनियर को-ऑर्डिनेटर, चुनाव प्रभारी और संगठन प्रभारी लगाकर उन्हें जिम्मेदारी दी है. अग्रिम संगठनों के पदाधिकारी भी चुनाव की तैयारी में जुटे हैं. सभी नेताओं से बात करके हमने रणनीति बनाई है. दस महीने में भाजपा की पर्ची सरकार ने प्रदेश का बेड़ा गर्क किया है. इन सभी मुद्दों पर हम जनता के बीच में जाएंगे. केंद्र सरकार की दस साल की विफलता लोगों को बताएंगे. इन्होंने समीक्षा के नाम पर हमारी जनकल्याणकारी योजनाओं को बंद कर दिया है.
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विदेश घूमने में उड़ा रहे जनता का पैसा : गोविंद डोटासरा ने कहा कि ईडी, इनकम टैक्स और सीबीआई की धमकी देकर भाजपा राज करना चाहती है. इनके राज में सब जगह भ्रष्टाचार व्याप्त है. जितने भी तबादले हुए हैं, उनमें भ्रष्टाचार की बू आ रही है. यह सब जान चुके हैं. जनता पूछ रही है कि सरकार चल कहां से रही है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री और अफसरों की विदेश यात्राओं पर 40-50 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं. एक रुपए का निवेश लेकर नहीं आए. पहली बार देखा है कि कोई विदेश जाए और न्यौता देकर आने में ही अपना सम्मान करवा रहा है. इसके बावजूद मुख्यमंत्री के स्वागत में 50 लोग नहीं आते हैं. ये सैर-सपाटे के लिए विदेशों में घूमकर राजस्थान की जनता की गाढ़ी कमाई बर्बाद कर रहे हैं. इसका जबाव उपचुनाव में जनता देने जा रही है.
पर्ची सरकार से भर गया लोगों का मन : सुखजिंदर सिंह रंधावा बोले कि केंद्र की मोदी सरकार का दस साल का कार्यकाल और प्रदेश कि भाजपा सरकार का दस महीने का कार्यकाल शून्य है. यह पर्ची अब चलेगी नहीं. लोग काम चाहते हैं. हमने आज पैनल तैयार कर लिया है. सातों सीटों का पैनल पीसीसी ने हमें सौंप दिया है. दिल्ली में सीईसी की बैठक में जो तय होगा, वो पता चल जाएगा. कांग्रेस सभी सात सीटों पर जोश से चुनाव लड़ेगी और हम जीतकर आएंगे. रंधावा बोले कि लोगों का मन पर्ची सरकार से भर गया है.
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भाजपा की की तरह खेल नहीं खेलती कांग्रेस : भाजपा से नाराज नेताओं के कांग्रेस के संपर्क में होने के सवाल पर रंधावा ने कहा कि कांग्रेस कभी भाजपा की तरह खेल नहीं खेलती है. हम अपने बूते पर चुनाव लड़ेंगे. दूसरों का सहारा लेकर चुनाव नहीं लड़ेंगे. हमारा प्रयास है कि पार्टी और इससे जुड़े हुए लोगों को मजबूत कैसे करना है. हम वही बात करेंगे, जो कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को अच्छी लगे. उन्होंने कहा कि कांग्रेस कभी भी किसी कार्यकर्ता को निराश नहीं करती है.
परिवारवाद के सवाल पर दिया यह जवाब : सात सीटों में से कई जगह स्थापित नेताओं के परिजनों की टिकट पर दावेदारी के सवाल पर उन्होंने कहा कि "मेरे यह समझ में नहीं आ रहा है कि आप परिवार किसे मान रहे हैं. अगर किसी का बेटा या कोई और परिजन मेहनत से काम कर रहा है तो उसकी दावेदारी में गलत क्या है ?. उन्होंने अपना उदाहरण देकर बताया कि उनके पिता पंजाब कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष रहे. मंत्री भी रहे. कोई अच्छा काम कर रहा है तो उसे आगे बढ़ाना चाहिए. कोई गलत कर रहा है तो नहीं बढ़ाना चाहिए.