लातेहारः कभी कांग्रेस के लिए सबसे मजबूत सीट लातेहार विधानसभा सीट मानी जाती थी, पर पिछले 35 वर्षों से कांग्रेस पार्टी को लातेहार विधानसभा सीट से जीत हासिल नहीं हुई है. फिर भी इस बार के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस अपनी पुरानी जमीन को फिर से हासिल करने के लिए पूरी तरह रेस हैं. कांग्रेस की ओर से लातेहार सीट से चुनाव लड़ने के लिए कई दावेदार भी सामने आ गए हैं. हालांकि कांग्रेस की इस तैयारी से झारखंड मुक्ति मोर्चा की टेंशन बढ़ गई है.
35 साल पूर्व तक कांग्रेस का था दबदबा
दरअसल, लातेहार विधानसभा क्षेत्र में 35 साल पूर्व तक कांग्रेस की पकड़ काफी मजबूत थी. यहां से कई कांग्रेसी विधायक चुनाव जीतकर बिहार विधानसभा पहुंचे थे,लेकिन वर्ष 1990 के बाद से लातेहार विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस की पकड़ कमजोर पड़ने लगी. 1990 के बाद फिर कभी कांग्रेस यहां से चुनाव जीत नहीं सकी है. धीरे-धीरे स्थिति इतनी खराब होती गई कि यहां से कांग्रेस का कोई प्रत्याशी चुनाव मैदान में नहीं उतरने लगा. इससे जमीनी स्तर पर संगठन से जुड़े कार्यकर्ताओं में भी निराशा आ गई थी. इस स्थिति से निपटने के लिए इस बार कांग्रेस कार्यकर्ता और नेता जी-जान से जुट गए हैं.
कांग्रेस का गढ़ रहा है लातेहार
इस संबंध में लातेहार जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मुनेश्वर उरांव ने बताया कि लातेहार विधानसभा क्षेत्र कांग्रेस का गढ़ रहा है. उन्होंने कहा कि लातेहार विधानसभा क्षेत्र का इतिहास रहा है कि यहां से किसी भी विधायक को दोबारा चुनाव जीतना मुश्किल होता है, लेकिन कांग्रेस विधायक हरिदर्शन राम लगातार दो बार लातेहार से विधायक बने थे. उनके कार्यकाल में लातेहार विधानसभा क्षेत्र में ऐतिहासिक कार्य हुए थे.इस कारण जनता ने 1980 के बाद लगातार दूसरी बार 1985 के चुनाव में भी भारी मतों से हरिदर्शन राम को जीत दिलाई थी.
कांग्रेस जिलाध्यक्ष मुनेश्वर उरांव ने कहा कि वर्ष 2024 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ने के लिए कई प्रत्याशी सामने आए हैं. यदि कांग्रेस यहां से चुनाव लड़ेगी तो कांग्रेस प्रत्याशी की जीत सुनिश्चित है.
कई संभावित प्रत्याशी हैं रेस में
लातेहार विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ने के लिए कई प्रत्याशी रेस में हैं. सूत्रों के मुताबिक कई पूर्व सांसद और विधायक कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ने के लिए जिला से लेकर प्रदेश कमेटी तक अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं. वर्तमान में जो लोग फील्ड में काम कर रहे हैं उनमें युवा कांग्रेस नेता साजन कुमार, पूर्व विधायक हरि दर्शन राम के पुत्र प्रवीण कुमार, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुरेंद्र पासवान आदि के नाम सबसे आगे चल रहे हैं.
इन कांग्रेस नेताओं ने पेश की है दावेदारी
यहां बता दें कि साजन कुमार की ग्रामीणों में अच्छी पकड़ है. कांग्रेस के कार्यक्रमों को गांव स्तर तक ले जाने में यह काफी आगे रहते हैं. वहीं प्रवीण कुमार पूर्व विधायक हरिदर्शन राम के पुत्र हैं. अपने पिता की तरह ही यह भी काफी व्यवहार कुशल और आम लोगों के बीच रहते हैं.वही सुरेंद्र पासवान की भी आम लोगों में अच्छी पकड़ है. उक्त तीनों कांग्रेसियों ने कांग्रेस कमेटी के समक्ष लिखित रूप से अपनी दावेदारी भी पेश कर दी है.
झामुमो की बढ़ सकती है परेशानी
इधर, कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं के द्वारा जिस प्रकार लातेहार विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने के दावे किए जा रहे हैं उससे झामुमो की परेशानी बढ़ सकती है. वर्तमान में झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायक बैद्यनाथ राम इस सीट से विधायक हैं. ऐसे में झारखंड मुक्ति मोर्चा का यहां स्वाभाविक दावा है, लेकिन कांग्रेस के कार्यकर्ताओं का साफ कहना है कि इस बार लातेहार विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस का अपना प्रत्याशी होगा. कांग्रेस के इस दावा के कारण झारखंड मुक्ति मोर्चा असहज हो सकता है.
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