कोटा. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी की ओर से आयोजित नीट यूजी 2024 परीक्षा परिणाम को लेकर पूरे देश में विवाद गहरा रहा है. छात्र संगठनों से लेकर राजनीतिक पार्टियां तक विरोध-प्रदर्शन कर रही है. परीक्षा का परिणाम 4 जून को घोषित हुआ था. इसके बाद से ही विरोध प्रदर्शन का क्रम जारी है. इस बीच शनिवार को कोटा उत्तर से कांग्रेस विधायक और पूर्व मंत्री शांति धारीवाल ने नीट यूजी पर अपना बयान जारी किया है. धारीवाल ने पेपर लीक का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार परीक्षा देने वाले देश के लाखों कैंडिडेट्स के साथ खिलवाड़ कर रही है.
उन्होंने कहा कि भाजपा पेपर लीक के मामले में कई बार आंदोलन कर चुकी है, लेकिन डबल इंजन की सरकार नीट यूजी के मामले में चुप्पी साधे हुए है. इस मेडिकल प्रवेश परीक्षा में धांधली हुई है. इसके बावजूद सरकार ने कोई कार्रवाई पेपर लीक करने वालों के खिलाफ नहीं की. सरकार नेशनल टेस्टिंग एजेंसी की कारगुजारी पर पर्दा डालने में जुटी हुई है. कांग्रेस देश के नौजवानों के साथ खड़ी है और जब तक न्याय नहीं मिल जाता, हम इसका विरोध जारी रखेंगे.
एनएसयूआई पर हुए लाठीचार्ज की निंदा: धारीवाल ने कहा कि नीट परीक्षा के मामले में एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया था, लेकिन उन्हें लाठियां खानी पड़ी. उन्होंने कहा कि यह आंदोलन लाठीचार्ज करने से खत्म नहीं होगा. परीक्षा को दोबारा करवाना ही समाधान है. भाजपा विपक्ष की आवाज को दबा नहीं सकती है. उन्होंने कोटा के बूढ़ादीत थाना इलाके में युवती के साथ दुष्कर्म और आत्मदाह की घटना को शर्मनाक बताया और कहा कि भाजपा सरकार के राज में कानून व्यवस्था चौपट हो गई है. प्रदेश में महिला उत्पीड़न और अत्याचार के मामले लगातार बढ़ रहे हैं.