जयपुर. कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव सचिन पायलट ने केंद्र सरकार के अंतरिम बजट को महज चुनावी भाषण बताया है. उन्होंने कहा कि सरकार का गुणगान तो हर सभा में भाजपा के नेता करते हैं. बजट में महंगाई-रोजगार जैसे मुद्दों पर ध्यान तक नहीं दिया गया है. सचिन पायलट ने गुरुवार को मीडिया से बातचीत में कहा, यह अंतरिम बजट था. लेकिन जो भाषण वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पढ़ा. वह चुनावी भाषण था. अपनी सरकार का ही गुणगान करना था तो वह तो हर सभा में भाजपा नेता करते ही हैं. इस बजट में सरकार ऐसे कदम उठा सकती थी. जिससे लोगों को राहत मिलती. लेकिन न तो महंगाई कम करने के उपाय बताए गए हैं और न ही रोजगार पर ध्यान केंद्रित किया गया है. सिर्फ अपना गुणगान किया गया है और अपनी पीठ थपथपाई गई है.
अति आत्मविश्वास में दिख रही है सरकार: सचिन पायलट ने कहा कि पूरे बजट भाषण में कुछ भी ऐसा निकल नहीं आया है. जिससे जनता को कोई उम्मीद जाग सकती हो. जिस प्रकार यह सरकार कह रही है कि अगला बजट हम बाद में पेश करेंगे. इससे कहीं न कहीं अति आत्मविश्वास दिखता है. सरकार के पास और वित्त मंत्री के पास एक ऐसा मौका था. इसके बावजूद किसानों, नौजवान और मध्यम वर्ग के लिए कोई राहत नहीं दी गई है.
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विपक्षी नेताओं पर दबाव बनाने का प्रयास: सचिन पायलट ने कहा कि अधिकांश बजट में अपना गुणगान किया गया. बजट भाषण पूरी तरह राजनीतिक था और चुनाव को ध्यान में रखकर ऐसा भाषण पढ़ा गया. उन्होंने कहा कि यह बात केवल कांग्रेस पार्टी की नहीं है. देश में विपक्षी पार्टी के नेताओं को जबरदस्ती झूठे केस लगाकर दबाव बनाने, एजेंसीज का दुरूपयोग कर उन्हें घेरने का प्रयास किया जा रहा है. विपक्षी नेताओं का चरित्र हरण किया जा रहा है.