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टिकट कटने पर खूब रोए कांग्रेस नेता ललित नागर, बोले- मेरी राजनीतिक हत्या हुई, कांग्रेस पार्टी ने धोखा दिया, निर्दलीय लड़ेंगे चुनाव - Congress leader Lalit Nagar cried

Congress Leader Lalit Nagar Cried: कांग्रेस ने तिगांव विधानसभा सीट से रोहित नागर को उम्मीदवार बनाया है. इस सीट से कांग्रेस के पूर्व विधायक ललित नागर चुनाव की तैयारी कर रहे थे. टिकट कटने के बाद वो फूट-फूट कर रोए.

Congress Leader Lalit Nagar Cried
Congress Leader Lalit Nagar Cried (Etv Bharat)
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By ETV Bharat Haryana Team

Published : Sep 12, 2024, 2:30 PM IST

टिकट कटने पर खूब रोए कांग्रेस नेता ललित नागर (Etv Bharat)

फरीदाबाद: तिगांव विधानसभा सीट से टिकट कटने के बाद पूर्व कांग्रेस विधायक ललित नागर के रोने का वीडियो सामने आया है. ललित नागर तिगांव विधानसभा सीट से कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे थे. कांग्रेस ने इस सीट से ललित नागर की जगह रोहित नागर को टिकट दिया. वीरवार को कांग्रेस नेता ललित नागर ने अपने समर्थकों और बैठक बुलाई और निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान किया.

ललित नागर ने कांग्रेस पर लगाया धोखा देने का आरोप: ललित नागर ने कहा कि मैंने बुरे वक्त में कांग्रेस की सेवा की और पार्टी को मजबूत करने का काम किया, लेकिन कुछ लोगों ने मेरी पीठ में छुरा घोंपने का काम किया है. मेरी टिकट लोकसभा चुनाव में भी काट दी गई थी. अब विधानसभा चुनाव में भी मेरी टिकट काट दी गई है.

कांग्रेस ने काटा टिकट: बता दें कि तिगांव विधानसभा से पूर्व कांग्रेस विधायक ललित नागर अपनी टिकट की आस में बैठे थे. तिगांव विधानसभा क्षेत्र से वो चुनाव की तैयारी कर रहे थे. वो जगह-जगह बोर्ड बैनर लगा कर प्रचार प्रसार में जुट गए थे, लेकिन जैसे ही लिस्ट आई. उसमें कहीं भी ललित नागर का नाम नहीं था. कांग्रेस ने विधानसभा क्षेत्र से युवा चेहरे रोहित नागर को टिकट दिया. ललित नागर की टिकट काटने की खबर सुनकर समर्थकों की भीड़ उनके दफ्तर पर उमड़ पड़ी.

समर्थकों को संबोधित करते हुए रो पड़े ललित नागर: समर्थकों के कहने पर ललित नागर ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान किया. समर्थकों को संबोधित करते हुए ललित नागर ने कहा कि "मैं कांग्रेस का सच्चा सिपाही था. मैंने कांग्रेस पार्टी की मजबूती के लिए काम किया. विधायक रहते हुए भी सरकार के खिलाफ मैंने बोला. फरीदाबाद में कांग्रेस को मैंने मजबूत किया, लेकिन फिर भी मुझे टिकट नहीं दिया गया." इस दौरान ललित नागर फूट-फूट कर रोने लगे.

कांग्रेस नेताओं पर विश्वासघात का आरोप: रोते-रोते उन्होंने कहा कि "मैंने तिगांव विधानसभा क्षेत्र में कई विकास कार्य करवाए हैं. कांग्रेस पार्टी को मजबूत किया है. जब सभी कांग्रेस का विरोध कर रहे थे. उस दौरान भी मैं कांग्रेस पार्टी के साथ खड़ा रहा, लेकिन फिर भी मेरे साथ इस तरह का बर्ताव किया गया. मैंने अपनी पार्टी को हमेशा मां की तरह समझा, लेकिन फिर भी मुझे धोखा दिया गया. मुझे अपने नेताओं ने भी सहारा नहीं दिया. मुझे विश्वास था कि तिगांव से मुझे ही टिकट मिलेगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ.

निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर किया नामांकन: बता दें कि ललित नागर ने निर्दलीय उम्मीदार के तौर पर नामांकन कर दिया है. उन्होंने कहा कि मेरे पास कई पार्टियों के फोन कॉल्स भी आएं कि हमारे चुनाव सिंबल पर चुनाव लड़िए, लेकिन मैंने साफ-साफ मना कर दिया कि मेरी जनता और मेरे लोग चाहते हैं कि मैं निर्दलीय चुनाव लडूं और मैंने ऐसा ही किया. मैंने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर नामांकन दाखिल किया है.

कांग्रेस विधायक रह चुके हैं ललित नागर: गौरतललब है कि ललित नागर ने 2014 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ा और विधायक बनकर विधानसभा पहुंचे और विपक्ष में रहकर मजबूती के साथ अपनी आवाज को उठाते रहे. यही वजह है कि 2019 में उनको कांग्रेस पार्टी की तरफ से लोकसभा का टिकट दिया गया, लेकिन लास्ट वक्त पर ललित नागर का टिकट काटकर अवतार भड़ाना को दे दिया गया. अवतार भड़ाना कृष्णपाल गुर्जर के सामने हार गए.

ये भी पढ़ें- हरियाणा बीजेपी में भारी बगावत, टिकट कटने से फूट-फूट कर रो पड़ी पूर्व मंत्री कविता जैन, 2 दिन का दे डाला अल्टीमेटम - Kavita Jain Crying for Bjp Ticket

टिकट कटने पर खूब रोए कांग्रेस नेता ललित नागर (Etv Bharat)

फरीदाबाद: तिगांव विधानसभा सीट से टिकट कटने के बाद पूर्व कांग्रेस विधायक ललित नागर के रोने का वीडियो सामने आया है. ललित नागर तिगांव विधानसभा सीट से कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे थे. कांग्रेस ने इस सीट से ललित नागर की जगह रोहित नागर को टिकट दिया. वीरवार को कांग्रेस नेता ललित नागर ने अपने समर्थकों और बैठक बुलाई और निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान किया.

ललित नागर ने कांग्रेस पर लगाया धोखा देने का आरोप: ललित नागर ने कहा कि मैंने बुरे वक्त में कांग्रेस की सेवा की और पार्टी को मजबूत करने का काम किया, लेकिन कुछ लोगों ने मेरी पीठ में छुरा घोंपने का काम किया है. मेरी टिकट लोकसभा चुनाव में भी काट दी गई थी. अब विधानसभा चुनाव में भी मेरी टिकट काट दी गई है.

कांग्रेस ने काटा टिकट: बता दें कि तिगांव विधानसभा से पूर्व कांग्रेस विधायक ललित नागर अपनी टिकट की आस में बैठे थे. तिगांव विधानसभा क्षेत्र से वो चुनाव की तैयारी कर रहे थे. वो जगह-जगह बोर्ड बैनर लगा कर प्रचार प्रसार में जुट गए थे, लेकिन जैसे ही लिस्ट आई. उसमें कहीं भी ललित नागर का नाम नहीं था. कांग्रेस ने विधानसभा क्षेत्र से युवा चेहरे रोहित नागर को टिकट दिया. ललित नागर की टिकट काटने की खबर सुनकर समर्थकों की भीड़ उनके दफ्तर पर उमड़ पड़ी.

समर्थकों को संबोधित करते हुए रो पड़े ललित नागर: समर्थकों के कहने पर ललित नागर ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान किया. समर्थकों को संबोधित करते हुए ललित नागर ने कहा कि "मैं कांग्रेस का सच्चा सिपाही था. मैंने कांग्रेस पार्टी की मजबूती के लिए काम किया. विधायक रहते हुए भी सरकार के खिलाफ मैंने बोला. फरीदाबाद में कांग्रेस को मैंने मजबूत किया, लेकिन फिर भी मुझे टिकट नहीं दिया गया." इस दौरान ललित नागर फूट-फूट कर रोने लगे.

कांग्रेस नेताओं पर विश्वासघात का आरोप: रोते-रोते उन्होंने कहा कि "मैंने तिगांव विधानसभा क्षेत्र में कई विकास कार्य करवाए हैं. कांग्रेस पार्टी को मजबूत किया है. जब सभी कांग्रेस का विरोध कर रहे थे. उस दौरान भी मैं कांग्रेस पार्टी के साथ खड़ा रहा, लेकिन फिर भी मेरे साथ इस तरह का बर्ताव किया गया. मैंने अपनी पार्टी को हमेशा मां की तरह समझा, लेकिन फिर भी मुझे धोखा दिया गया. मुझे अपने नेताओं ने भी सहारा नहीं दिया. मुझे विश्वास था कि तिगांव से मुझे ही टिकट मिलेगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ.

निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर किया नामांकन: बता दें कि ललित नागर ने निर्दलीय उम्मीदार के तौर पर नामांकन कर दिया है. उन्होंने कहा कि मेरे पास कई पार्टियों के फोन कॉल्स भी आएं कि हमारे चुनाव सिंबल पर चुनाव लड़िए, लेकिन मैंने साफ-साफ मना कर दिया कि मेरी जनता और मेरे लोग चाहते हैं कि मैं निर्दलीय चुनाव लडूं और मैंने ऐसा ही किया. मैंने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर नामांकन दाखिल किया है.

कांग्रेस विधायक रह चुके हैं ललित नागर: गौरतललब है कि ललित नागर ने 2014 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ा और विधायक बनकर विधानसभा पहुंचे और विपक्ष में रहकर मजबूती के साथ अपनी आवाज को उठाते रहे. यही वजह है कि 2019 में उनको कांग्रेस पार्टी की तरफ से लोकसभा का टिकट दिया गया, लेकिन लास्ट वक्त पर ललित नागर का टिकट काटकर अवतार भड़ाना को दे दिया गया. अवतार भड़ाना कृष्णपाल गुर्जर के सामने हार गए.

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