नई दिल्ली: दिल्ली कांग्रेस के प्रभारी नियुक्त दीपक बावरिया ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने अपना इस्तीफा पार्टी के आलाकमान को भेज दिया है. दिल्ली में लोकसभा चुनाव के बाद अब प्रदेश कांग्रेस अगले साल की शुरुआत में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए संगठन को मजबूत करने में जुटी है. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव प्रत्येक जिला में इन दिनों संगठन को मजबूत बनाने के लिए बैठकें कर रहे हैं.इधर कुछ महीने पहले दिल्ली के प्रभारी बनाए गए दीपक बावरिया ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. बता दें, दीपक बावरिया को लेकर लोकसभा चुनाव के दौरान भी काफी विवाद हुआ था.
राजकुमार चौहान ने लगाया था आरोपः लोकसभा चुनाव से पहले प्रभारी राजकुमार चौहान ने दीपक बावरिया पर सार्वजनिक रूप से उनका अपमान करने का आरोप लगाया था. तब कहा गया था कि बावरिया ने अपने घर पर प्रदेश कांग्रेस के पूर्व मंत्री और विधायकों की बैठक बुलाई थी. बैठक में विवाद सुलझाने की बजाय और उलझ गया था. इस बैठक में उदित राज और कन्हैया कुमार की उम्मीदवारी पर दिल्ली कांग्रेस के पूर्व विधायकों के बीच कहासुनी हुई. चौहान ने एक वीडियो जारी करके दीपक बावरिया पर आरोप लगाया कि उन्होंने अपने घर पर बुलाई गई बैठक में उनकी बात नहीं सुनी और उन्हें बाहर जाने के लिए कह दिया था.
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इसके बाद दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के तत्कालीन अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली को राजकुमार चौहान ने अपना इस्तीफा सौंप दिया था. हालांकि, कुछ समय बाद ही तत्कालीन प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली ने भी पार्टी आलाकमान को अपना इस्तीफा सौंप दिया था. राजकुमार चौहान और अरविंदर सिंह लवली ने अपने इस्तीफे के पीछे कांग्रेस का लोकसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन को वजह बताया था. इसमें दीपक बाबरिया की भूमिका को अहम बताया था. इन दोनों नेताओं का आरोप था कि दिल्ली कांग्रेस इकाई एक ऐसी पार्टी के साथ गठबंधन कर रही है जिसका वह विरोध करती है.
जानिए कौन है : दीपक बावरिया एआईसीसी के महासचिव हैं. वह गुजरात के रहने वाले हैं और 1970 के दशक में वे एनएसयूआई और यूथ कांग्रेस से कांग्रेस में अपने करियर की शुरुआत की थी. राहुल गांधी ने उन्हें कई अहम जिम्मेदारियां के लिए चुना था. दीपक बावरिया वर्तमान में पार्टी की दिल्ली और हरियाणा इकाइयों के प्रभारी हैं. उन्होंने मध्यप्रदेश के प्रभारी के रूप में भी काम किया है. दीपक बावरिया इससे पहले केरल के प्रभारी भी रह चुके हैं.