रांची: झारखंड कांग्रेस 2024 विधानसभा चुनाव को लेकर कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती. एक ओर जहां इंडिया ब्लॉक का कुनबा बढ़ाकर भाजपा विरोधी वोटों के बंटवारे को रोकने की कवायद चल रही है तो दूसरी ओर कांग्रेस की कोशिश हर मतदान केंद्र (पोलिंग बूथ) को मजबूत करने की है. इस रणनीति को जमीनी स्तर पर उतारने के लिए आज यानी गुरुवार को रांची के कांग्रेस भवन में कांग्रेस सोशल मीडिया के प्रभारी अभय तिवारी ने विशेष बैठक की. रांची में सोशल मीडिया की प्रदेश स्तरीय संगठनात्मक बैठक के बाद बूथ स्तर पर 'पांच का दम' कैंपेन लॉन्च किया गया. इस कैंपेन में गूगल फॉर्म के माध्यम से हर विधानसभा में पांच-पांच सोशल मीडिया के जानकारों को नियुक्त किया जाएगा, जो अपने-अपने विधानसभा क्षेत्र के हर बूथ में पांच लोगों को सोशल मीडिया कैंपेन के लिए नियुक्त करेंगे.
अगस्त में सोशल मीडिया वर्कशॉप का होगा आयोजन
पांच का दम कैंपेन लॉन्च करने के बाद कांग्रेस सोशल मीडिया अभय तिवारी ने कहा कि हमारा लक्ष्य संगठन को और मजबूत बनाना है. उन्होंने बताया कि इसी माह रांची में एक वर्कशॉप का आयोजन भी किया जाएगा जिसमें सोशल मीडिया विभाग की केंद्रीय अध्यक्ष सुप्रिया श्रीनेत भी हिस्सा लेंगी. झारखंड कांग्रेस सोशल मीडिया विभाग के चेयरमैन गजेंद्र सिंह ने कहा कि आज की संगठनात्मक बैठक आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियों को केंद्र में रणनीति बनाई जा रही है, जिसमें कई मुद्दों पर चर्चा के बाद समावेशित किया गया है. गजेंद्र सिंह ने बताया कि कैसे हम डिजिटली और सोशियली सोशल मीडिया को मजबूत करें, इस पर भी विस्तार से चर्चा हुई. कांग्रेस और राहुल गांधी की विचारधारा को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक कैसे पहुंचाया जाए, इस पर भी विस्तृत चर्चा हुई.
ये नेता रहे सोशल मीडिया कैंपेन पांच का दम में शामिल
रांची के कांग्रेस भवन में सोशल मीडिया विभाग की बैठक में विभाग के झारखंड प्रभारी अभय तिवारी, प्रदेश सोशल मीडिया अध्यक्ष गजेंद्र सिंह, प्रदेश संगठन प्रभारी सह महासचिव अमूल्य नीरज खलखो, प्रदेश मीडिया प्रभारी राकेश सिन्हा, मीडिया विभाग के चेयरमैन सतीश पॉल मुंजनी, प्रदेश प्रवक्ता सोनल शांति उर्फ रिंकू, स्टेट कोऑर्डिनेटर प्रशांत पांडेय, संजय कुमार स्टेट कोऑर्डिनेटर समेत जिला कोऑर्डिनेटर मौजूद रहे. कांग्रेस भवन में हुई बैठक का मुख्य उद्देश्य आगामी विधानसभा चुनाव की रणनीति पर विचार करना था. संगठन प्रभारी अमूल्य नीरज खलको ने कहा कि सोशल मीडिया विभाग आज के समय में राजनीति का सबसे अहम हिस्सा हो गया है. बिना सोशल मीडिया के चुनाव की परिकल्पना करना बेईमानी होगी. झारखंड मीडिया विभाग के चेयरमैन सतीश पॉल मुंजनी ने कहा कि मीडिया और सोशल मीडिया एक ऐसा माध्यम है जिससे हम सरकार की योजनाएं और कांग्रेस पार्टी की विचारधारा को अंतिम पायदान पर बैठे व्यक्ति तक भी बहुत आसानी से पहुंचा सकते हैं.
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