देहरादूनः कांग्रेस ने प्रदेश महामंत्री एवं पूर्व दर्जाधारी मंत्री याकूब सिद्दीकी को गलत केस में फंसाने की बात कहते हुए मामले की सीबीसीआईडी से जांच किए जाने की मांग उठाई है. इस संबंध में कांग्रेस पार्टी का प्रतिनिधिमंडल 18 जुलाई को उत्तराखंड पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार से मुलाकात भी करने जा रहा है.
देहरादून महानगर अध्यक्ष डॉ. जसविंदर गोगी ने बुधवार को प्रदेश मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि, इस मामले में कांग्रेस नेता को कोर्ट ने दोष मुक्त कर दिया है. ऐसे में 4 साल तक जो परेशानी झेली है, उसकी भरपाई नहीं की जा सकती है. इसलिए उन्हें झूठे केस में फंसाने के मामले की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए.
ये था मामलाः गोगी ने बताया कि पूर्व दर्जाधारी और कांग्रेस नेता याकूब सिद्दीकी पर पुलिस चौकी ढूंगीधार टिहरी में अनुचित प्रकार से दुर्भावनावश साल 2020 में मुकदमा दर्ज किया गया था. इसके बाद भी दुर्भावनावश उनके विरुद्ध निराधार मामले दर्ज किए गए. हाल ही में उन्हें एक मामले में न्यायालय द्वारा बाइज्जत बरी कर दिया गया. इस बीच 4 सालों में उन्होंने जो परेशानियां झेली और उनको सामाजिक और आर्थिक क्षति पहुंची, उसकी भरपाई नहीं की जा सकती है. लेकिन उनको गलत मुकदमों में फंसाने वालों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए.
गोगी ने कहा कि याकूब सिद्दीकी विपक्षी दल के नेता हैं और समय-समय पर सामाजिक और राजनीतिक मुद्दे उठाते रहते हैं. उन्होंने पुलिस के शीर्ष अधिकारियों और शासन से आग्रह किया है कि इस मामले की सीबीसीआईडी से जांच होनी चाहिए. ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो सके, और कांग्रेस नेता को न्याय मिल सके.
प्रेस कॉन्फ्रेंस में याकूब सिद्दीकी ने कहा कि, 'मैं टिहरी और देहरादून दोनों स्थानों पर राजनीतिक और सामाजिक जीवन में सक्रिय रहा हूं. इन मामलों के चलते उनकी सामाजिक प्रतिष्ठा पर असर पड़ा है. मेरी पीड़ा अब भी वही है कि इसकी भरपाई कौन करेगा. जब तक इस प्रकरण की सीबीसीआईडी से जांच नहीं होती है, तब तक मुझे न्याय नहीं मिल पाएगा'.
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