जयपुर. राजस्थान के सीकर संसदीय क्षेत्र से कॉमरेड अमराराम सीपीआई (एम)-कांग्रेस गठबंधन के प्रत्याशी होंगे. कांग्रेस ने यह सीट गठबंधन के तहत सीपीआई (एम) के लिए छोड़ी थी. जिस पर आज सीपीआई (एम) ने कॉमरेड अमराराम को अपना प्रत्याशी घोषित किया है. वे चार बार विधायक रह चुके हैं. सीकर में कॉमरेड अमराराम का मुकाबला भारतीय जनता पार्टी के स्वामी सुमेधानंद सरस्वती से होगा, जो लगातार दो बार से सांसद हैं.
टिकट मिलने के बाद कॉमरेड अमराराम ने भाजपा को सांप्रदायिक, किसान-मजदूर और जनविरोधी बताते हुए आमजनता से भाजपा को हराने का आह्वान किया है. सीकर लंबे समय से सीपीआई (एम) और कॉमरेड अमराराम का गढ़ रहा. धोद और दांतारामगढ़ से वे चार बार विधायक रहे हैं. सीकर के किसान वर्ग में भी उनकी मजबूत पकड़ मानी जाती है. हालांकि, 2023 में विधानसभा चुनाव में उन्हें जीत हासिल नहीं हुई.
8 में से 5 सीट पर कांग्रेस, 3 पर भाजपा का कब्जा: सीकर संसदीय क्षेत्र के सियासी समीकरण की बात करें, तो यहां की 8 विधानसभा सीट में से 5 पर कांग्रेस का कब्जा है. जबकि तीन विधानसभा सीट 2023 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के खाते में गई हैं. सीकर, दांतारामगढ़, लक्ष्मणगढ़, नीमकाथाना और चौमूं विधानसभा सीट पर 2023 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को जीत मिली है. जबकि खंडेला, धोद और श्रीमाधोपुर सीट भाजपा के खाते में गई हैं.
2019 में भी लड़ चुके हैं सीकर से लोकसभा चुनाव: कॉमरेड अमराराम सीकर जिले की धोद और दांतारामगढ़ विधानसभा सीट से चार बार विधायक रह चुके हैं. किसान और मजदूरों के मुद्दों पर मुखर रहने वाले अमराराम की किसानों और मजदूरों के बीच खास पहचान है. उन्होंने साल 2019 में सीकर से सीपीआई (एम) के टिकट पर लोकसभा चुनाव भी लड़ा था. तब वे 31,462 वोट के साथ तीसरे स्थान पर रहे थे. अब कांग्रेस समर्थित उम्मीदवार होने के कारण सीकर का चुनाव टक्कर का माना जा रहा है.