दुर्ग: आवारा मवेशियों के सड़क पर बैठने से लगातार सड़क दुर्घटनाओं में इजाफा हो रहा है. आवारा मवेशियों के खेतों में घुसने से भी किसान काफी परेशान हैं. बीते दिनों कोर्ट ने भी आवारा मवेशियों को लेकर कड़ी टिप्पणी की है. नगर निगम के अफसरों को भी हिदायत दी है. आवारा मवेशियों और उससे हो रहे हादसों को लेकर अब सियासत भी गर्माने लगी है. दुर्ग के पाटन में भूपेश बघेल ने लोगों के साथ इस मुद्दे पर प्रदर्शन किया. मवेशियों को साथ लेकर भूपेश बघेल और कार्यकर्ता एसडीएम को ज्ञापन सौंपने पहुंचे.
कांग्रेस का गौ सत्याग्रह चालू: आवारा मवेशियों को लेकर अब कांग्रेस ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि'' गायों के लिए अबतक छत्तीसगढ़ में कोई सत्याग्रह नहीं हुआ. ये पहली हो रहा है कि गौ सत्याग्रह किया जा रहा है. इस गौ सत्याग्रह की शुरुआत दुर्ग के पाटन से हो रही है.''
''छत्तीसगढ़ की सड़कों पर बड़ी संख्या में आवारा पशु घूम रहे हैं. आवारा मवेशियों के चलते लगातार सड़क हादसे बढ़ रहे हैं. किसान भी अपनी फसलों को लेकर परेशान रहते हैं. आवारा मवेशी खेतों में घुसकर फसलों को बर्बाद कर रहे हैं. सड़क हादसों में लोगों की जान जा रही है. मवेशियों की भी सड़क हादसों में मौत हो रही है. जब से नई सरकार आई है तब से ये घटनाएं बढ़ रही हैं. सरकार को हमने अल्टीमेटम दिया था. कहा था कि 15 अगस्त तक आवारा मवेशियों पर लगाम लगाई जाए. अल्टीमेटम के बाद हालात में कोई सुधार नहीं हुआ है.'' - भूपेश बघेल, कांग्रेस विधायक, पाटन
आवारा मवेशियों के साथ एसडीएम दफ्तर पहुंचे कांग्रेस कार्यकर्ता: विरोध प्रदर्शन के दौरान भूपेश बघेल और कांग्रेस कार्यकर्ता आवारा मवेशियों को लेकर एसडीएम दफ्तर पहुंचे. कांग्रेस ने एसडीएम को अपनी मांगों के समर्थन में ज्ञापन सौंपा. भूपेश बघेल ने कहा कि ''सरकार को हठधर्मिता छोड़कर गोठानों को फिर से शुरु करना चाहिए. सरकार को चाहिए कि फिर से गोबर खरीदी को चालू करे.''
''8 अगस्त को किसानों की ओर से हमें एक ज्ञापन मिला था. जिसमें ये कहा गया था कि 15 अगस्त तक मवेशियों को सड़कों से हटा लिया जाए. हमने अधिकारियों के साथ बैठक कर इससे जुड़े दिशा निर्देश जारी किए. मुख्य मार्गों पर अब कोई भी मवेशी नहीं बैठा है. हम लगातार काम कर रहे हैं. आज पूर्व मुख्यमंत्री ने भी एक ज्ञापन इस संबंध में दिया है''. - लोकेश ध्रुव, एसडीएम, पाटन
कोर्ट भी दे चुका है सख्त हिदायत: आवारा मवेशियों के सड़क पर बैठने और उससे हो रहे सड़क हादसों को लेकर कोर्ट ने भी सख्त रुख अपनाया है. कोर्ट ने भी नगर निगम को ये हिदायत दी है कि वो आवारा मवेशियों को सड़कों से हटाए. कोर्ट के निर्देश के बाद आवारा मवेशियों को कई जिलों में सड़क से हटाने का काम भी शुरु हो चुका है.