लखनऊ: उत्तर प्रदेश के विधानसभा के होने वाले उपचुनाव में इंडी गठबंधन के प्रमुख दलों में शामिल कांग्रेस और सपा के बीच अभी सीटों पर समझौता भले अंतिम रूप नहीं हो पाया है. लेकिन कांग्रेस ने सपा के सामने पहले ही पांच सीटों पर अपना दावा पेश कर दिया है. यही नहीं प्रदेश कांग्रेस ने इस संबंध में प्रस्ताव भी केंद्रीय नेतृत्व को भेज दिया है. इसके बाद सपा से कांग्रेस की तनातनी भी बढ़ सकती है. सपा फिलहाल कांग्रेस को सिर्फ दो सीटें देने के मूड में नजर आ रही थी.
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने बताया कि कांग्रेस दस में से पांच सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारने की तैयारी कर रही. प्रदेश अध्यक्ष ने साफ किया है कि अंतिम फैसला राष्ट्रीय नेतृत्व को करना है. वहां से संदेश मिलने के बाद ही पार्टी प्रत्याशी चयन से लेकर गठबंधन के साथियों के साथ बैठक करेगी और प्रचार का काम शुरू करेगी. उपचुनाव में 5 सीटें ऐसी है, जहां पर समाजवादी पार्टी के विधायकों के सांसद बनने के कारण चुनाव होगा. इन सीटों पर सपा के प्रत्याशी उतारे जाएंगे. जो भाजपा और उसके सहयोगी दलों के विधायकों के कारण खाली हुई हैं सीटों पर कांग्रेस ने अपना दावा किया है.
विधानसभा चुनाव 2027 का सेमीफाइनल उपचुनाव
माना जा रहा 2027 प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले हो रहे उपचुनाव को सेमीफाइनल माना जा रहा है. लोकसभा चुनाव में झटका खा चुकी भाजपा ने इसके लिए बड़ी तैयारी कर ली है. सभी दस सीटों पर तीस मंत्रियों को जिम्मेदारी सौंपी गई है. ज्यादातर सीटों पर तीन-तीन मंत्री भाजपा के लिए माहौल बना रहे हैं. अखिलेश यादव के इस्तीफे से खाली हुई मैनपुरी की करहल और अवधेश प्रसाद के इस्तीफे से खाली अयोध्या की मिल्कीपुर सीट पर चार चार मंत्रियों को उतारा गया है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद मानिटरिंग कर रहे हैं.
इन सीटों पर लड़ना चाहती है कांग्रेस
अजय राय के अनुसार कांग्रेस बिजनौर की मीरापुर, गाजियाबाद जिले की गाजियाबाद, अलीगढ़ की खैर, प्रयागराज की फूलपुर और मिर्जापुर की मझवां सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है. गाजियाबाद, खैर, फूलपुर भाजपा विधायकों के इस्तीफे से खाली हुई हैं. मझवां में निषाद पार्टी और मीरापुर में रालोद विधायक के इस्तीफे से सीट खाली हुई है. अन्य पांच सीटें मैनपुरी की करहल, अयोध्या की मिल्कीपुर, संभल की कुंदरकी, अंबेडकरनगर की कटेहरी सपा विधायकों के सांसद बनने से खाली हुई है. एक सीट कानपुर की सीसामऊ सपा सपा विधायक इरफान सोलंकी को सजा मिलने से खाली हुई है.
तीन प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त करेगी कांग्रेसः उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी 2027 के विधानसभा चुनाव को देखते हुए यूपी में एक बड़ा राजनीतिक कदम उठाने की तैयारी में है. मौजूदा राजनीतिक हालात को देखते हुए और भाजपा के हिंदू वोट बैंक की राजनीति का मुकाबला करने के लिए देश में आरक्षण और जाति जनगणना के मुद्दे पर आगे बढ़ने का प्लान बनाया है. पार्टी ने एजेंडे के तहत उत्तर प्रदेश में अति पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यक और अनुसूचित जाति के लोगों को पार्टी से ज्यादा से ज्यादा जोड़ने और जाति का जनगणना के मुद्दे को इन लोगों तक पहुंचाने के लिए अपने संगठन के स्ट्रक्चर में ही बड़ा बदलाव करने का मन बनाया है. इन तीनों ही प्रकोष्ठों के लिए 3 जोन में प्रदेश को विभाजित करने और हर जोन में इन सभी प्रकोष्ठों के प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति होगी. जो सीधा प्रदेश अध्यक्ष अजय राय को रिपोर्ट करेंगे.
हर जोन में 25-25 जिले शामिल होंगेः कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता डॉ. मनीष हिंदवी ने बताया कि जो प्रस्ताव राष्ट्रीय कमेटी को भेजा गया है. उसमें उत्तर प्रदेश को 3 जोन में बाटकर हर जोन में 25-25 जिले को रखने का प्रस्ताव है. इन सभी जोन में अल्पसंख्यक अति पिछड़ा वर्ग और अनुसूचित जाति तीनों ही प्रकोष्ठों के प्रदेश अध्यक्षों की नियुक्ति होगी. इन सभी कि जिम्मेदारी होगी कि यह उत्तर प्रदेश में जाति जनगणना और उससे जुड़े मुद्दों को लेकर पार्टी के मत को जनता के बीच में लेकर जाएं. जाट होगी अभी तक उत्तर प्रदेश में इन सभी प्रकोष्ठों के प्रदेश अध्यक्ष एक ही होता है, उसी के अधीन उन प्रकोष्ठ के संगठन काम करते हैं. अब 3 जोन में संगठन को बांट देने से संगठन भी बड़ा होगा और वह प्रदेश के हर जिले तक पार्टी को मजबूत करने में अपना सहयोग देगा.