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कांग्रेस प्रत्याशी सुभाष ढटवालिया ने SDM ऑफिस में भरा नामांकन, सुक्खू बोले- अटैची के लालचियों को सिखाना है सबक - Congress candidate Subash Dhatwalia - CONGRESS CANDIDATE SUBASH DHATWALIA

Congress candidate Subash Dhatwalia file Nomination: सीएम सुक्खू ने कांग्रेस के बागी हुए 6 विधायकों और तीन निर्दलीय विधायकों पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि रुपयों के लालच के लिए लोकतंत्र की हत्या करने वालों को सबक सिखाने के लिए हिमाचल में विधानसभा का उप-चुनाव होने जा रहा है.

जनसभा के दौरान सीएम जयराम और अन्य कांग्रेसी नेता
जनसभा के दौरान सीएम जयराम और अन्य कांग्रेसी नेता (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : May 15, 2024, 11:06 AM IST

हमीरपुर: बड़सर में कांग्रेस प्रत्याशी सुभाष ढटवालिया ने एसडीएम कार्यालय में अपना नामांकन पत्र दाखिल किया. इस अवसर पर सुभाष ढटवालिया ने अपनी जीत का दावा किया. मैहरे बाजार के पास आयोजित जनसभा में मुख्यमंत्री सुक्खू ने भी शिरकत की.

मुख्यमंत्री सुक्खू का जनसभा में पहुंचने पर जोरदार स्वागत किया गया. इस अवसर पर हमीरपुर संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार सतपाल रायजादा, पूर्व विधायक मंजीत डोगरा, ब्लॉक अध्यक्ष संजय कुमार व जिला कांग्रेस अध्यक्ष सुमन भारती मौजूद रहीं. सीएम सुक्खू ने मंच से अपने संबोधन के दौरान जमकर भाजपा पर हमला बोला और बागी हुए विधायकों को आड़े हाथों लिया. उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि बड़सर के बिके हुए विधायक को ऐसा सबक सिखाएं की वह याद रखे.

बड़सर के बिके हुए विधायक को अभी आई है छोटी अटैची:

मुख्यमंत्री ने कहा कि बड़सर के बिके हुए विधायक को अभी छोटी अटैची आई है. उन्होंने कहा कि बिके हुए अटैची वाले विधायकों को सीआरपीएफ की सुरक्षा देना गलत है. सीएम ने लोगों से कहा कि सत्ता की कुर्सी हथियाने वालों को सबक सिखाने के लिए विधानसभा उप-चुनाव होने जा रहा है.

बड़सर में जनसभा को संबोधित करते सीएम सुक्खू (ETV Bharat)

निर्दलीय विधायकों पर भी बोला हमला:

मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि आजाद उम्मीदवारों को सरकार से काम करवाने चाहिए थे लेकिन देश की आजादी में पहला ऐसा मामला सामने आया जिसमें विधानसभा के बाहर तीन विधायकों ने इस्तीफा स्वीकार करने के लिए धरना दिया. उन्होंने तीनों विधायको से पूछा कि क्या वह राजनीति से संन्यास ले रहे हैं. उन्होंने कहा कि इस्तीफा देने के पीछे मिलने वाली पैसों से भरी अटैची पाने के लिए तीनों निर्दलीय विधायक यह कर रहे हैं. देश की राजनीति में यह पहली घटना है. ऐसे में लोकतंत्र की हत्या होने से बचानी है.

मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि बागी विधायकों को अभी आधी किश्त मिली है और दूसरी किश्त मिलने वाली है. एक महीने तक बागी विधायक हिमाचल की सीमाओं के अंदर नहीं आए क्योंकि वह सौदे के पैसे लेने के लिए रूके हुए थे. उन्होंने कहा कि बड़सर के बागी विधायक तीन चुनावों में कर्जे की बात करते रहे लेकिन अब मालदार बन गए हैं.

नामांकन भरने के बाद कांग्रेस प्रत्याशी सुभाष ढटवालिया ने कहा कि वह विकास को लेकर जनता के बीच में जा रहे हैं. सुक्खू सरकार ने डेढ़ साल में अपनी पांच गारंटियां पूरी कर ली हैं और अभी पांच बची हुई गारंटियों को पूरा करना है. इसके अलावा वह क्षेत्र में पेयजल समस्या, स्वास्थ्य व अन्य स्थानीय समस्याओं को दूर करने के लिए जनता से समर्थन मांग रहे हैं.

ये भी पढ़ें: कंगना-विक्रमादित्य सिंह दोनों करोड़पति, जानें कौन है ज्यादा अमीर

हमीरपुर: बड़सर में कांग्रेस प्रत्याशी सुभाष ढटवालिया ने एसडीएम कार्यालय में अपना नामांकन पत्र दाखिल किया. इस अवसर पर सुभाष ढटवालिया ने अपनी जीत का दावा किया. मैहरे बाजार के पास आयोजित जनसभा में मुख्यमंत्री सुक्खू ने भी शिरकत की.

मुख्यमंत्री सुक्खू का जनसभा में पहुंचने पर जोरदार स्वागत किया गया. इस अवसर पर हमीरपुर संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार सतपाल रायजादा, पूर्व विधायक मंजीत डोगरा, ब्लॉक अध्यक्ष संजय कुमार व जिला कांग्रेस अध्यक्ष सुमन भारती मौजूद रहीं. सीएम सुक्खू ने मंच से अपने संबोधन के दौरान जमकर भाजपा पर हमला बोला और बागी हुए विधायकों को आड़े हाथों लिया. उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि बड़सर के बिके हुए विधायक को ऐसा सबक सिखाएं की वह याद रखे.

बड़सर के बिके हुए विधायक को अभी आई है छोटी अटैची:

मुख्यमंत्री ने कहा कि बड़सर के बिके हुए विधायक को अभी छोटी अटैची आई है. उन्होंने कहा कि बिके हुए अटैची वाले विधायकों को सीआरपीएफ की सुरक्षा देना गलत है. सीएम ने लोगों से कहा कि सत्ता की कुर्सी हथियाने वालों को सबक सिखाने के लिए विधानसभा उप-चुनाव होने जा रहा है.

बड़सर में जनसभा को संबोधित करते सीएम सुक्खू (ETV Bharat)

निर्दलीय विधायकों पर भी बोला हमला:

मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि आजाद उम्मीदवारों को सरकार से काम करवाने चाहिए थे लेकिन देश की आजादी में पहला ऐसा मामला सामने आया जिसमें विधानसभा के बाहर तीन विधायकों ने इस्तीफा स्वीकार करने के लिए धरना दिया. उन्होंने तीनों विधायको से पूछा कि क्या वह राजनीति से संन्यास ले रहे हैं. उन्होंने कहा कि इस्तीफा देने के पीछे मिलने वाली पैसों से भरी अटैची पाने के लिए तीनों निर्दलीय विधायक यह कर रहे हैं. देश की राजनीति में यह पहली घटना है. ऐसे में लोकतंत्र की हत्या होने से बचानी है.

मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि बागी विधायकों को अभी आधी किश्त मिली है और दूसरी किश्त मिलने वाली है. एक महीने तक बागी विधायक हिमाचल की सीमाओं के अंदर नहीं आए क्योंकि वह सौदे के पैसे लेने के लिए रूके हुए थे. उन्होंने कहा कि बड़सर के बागी विधायक तीन चुनावों में कर्जे की बात करते रहे लेकिन अब मालदार बन गए हैं.

नामांकन भरने के बाद कांग्रेस प्रत्याशी सुभाष ढटवालिया ने कहा कि वह विकास को लेकर जनता के बीच में जा रहे हैं. सुक्खू सरकार ने डेढ़ साल में अपनी पांच गारंटियां पूरी कर ली हैं और अभी पांच बची हुई गारंटियों को पूरा करना है. इसके अलावा वह क्षेत्र में पेयजल समस्या, स्वास्थ्य व अन्य स्थानीय समस्याओं को दूर करने के लिए जनता से समर्थन मांग रहे हैं.

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