नई दिल्ली: दिल्ली एम्स में भर्ती तुलसी पीठ के संस्थापक स्वामी रामभद्राचार्य की हालत फिलहाल स्थिर बनी हुई है. डॉक्टर उनके स्वास्थ्य की स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं. गुरुवार को एम्स के सूत्रों से पता चला कि, एक दो दिन में उनका हार्ट वॉल्व बदला जा सकता है. इससे पहले बुधवार रात को उन्हें देहरादून के सिनर्जी अस्पताल से दिल्ली एम्स के कार्डियोलॉजी विभाग में भर्ती कराया गया था.
फिलहाल उनका इलाज कार्डियोलॉजी विभाग के प्रोफेसर अंबुज राय औऱ कार्डियोथोरेसिक साइंस के डॉ. शिव चौधरी की निगरानी में चल रहा है. दरअसल वर्ष 2017 में भी स्वामी रामभद्राचार्य की दिल्ली एम्स में ही बाईपास सर्जरी हुई थी. तब उनकी सर्जरी डॉ. शिव चौधरी ने ही की थी. स्वामी रामभद्राचार्य फॉलोअप के लिए अक्सर एम्स आते रहते हैं. इस बार उनके हार्ट का वॉल्व बदला जाना है, इसलिए उन्हें एम्स में भर्ती कराया गया है.
गौरतलब है कि दो फरवरी को उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में कथा सुनाते समय अचानक सांस लेने में दिक्कत होने और तबियत बिगड़ने के बाद उन्हें आगरा के अस्पताल में भर्ती कराया गया था. यहां से तीन फरवरी को एयर लिफ्ट कर चार्टर प्लेन से उन्हें देहरादून ले जाया गया था. हाल ही में सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी करते हुए स्वामी रामभद्राचार्य ने अपने आप को पूरी तरह स्वस्थ बताया था. वहीं उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी करीब एक सप्ताह पहले सिनर्जी अस्पताल पहुंचकर उनका हाल-चाल लिया था.
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देहरादून का सिनर्जी अस्पताल, उनके शिष्य कमल गर्ग का अस्पताल है, जहां से उनका नियमित इलाज चलता है. इसलिए उन्हें आगरा से सीधे देहरादून के सिनर्जी अस्पताल में तीन फरवरी को पहुंचाया गया था. शुरू में उन्हें सर्दी लगने की वजह से खांसी और जुकाम की शिकायत थी, लेकिन बाद में उन्हें सांस लेने में दिक्कत हुई थी.
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