बूंदी. पूर्व महाराव सूरजमल हाड़ा की छतरी तोड़ने का विवाद गहराता ही जा रहा है. इस मामले में अलवर राज परिवार के सदस्य और पूर्व केंद्रीय मंत्री भंवर जितेंद्र सहित 12 जनों के खिलाफ तालेड़ा थाने में एक शिकायत दी गई है. जिस पर पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू कर दी है. शिकायत रिटायर्ड ब्रिगेडियर भूपेश सिंह हाड़ा ने दी है.
रिटायर्ड ब्रिगेडियर भूपेश सिंह हाड़ा ने भंवर जितेंद्र सहित 12 जनों के खिलाफ शिकायत दी है। इस मामले में जांच की जा रही है।
- रामेश्वर जाट, एसएचओ, तालेड़ा थाना, बूंदी
भूपेश सिंह हाडा ने दी गई शिकायत में बताया है कि वे बूंदी राज परिवार के वारिस हैं. साथ ही कहा कि छतरी को ध्वस्त करने से उनकी धार्मिक आस्था को ठेस पहुंचाई गई है. पूरे राजपूत समाज को इससे गहरा आघात लगा है. छतरी तोड़ने को षड्यंत्र बताते हुए उन्होंने अपनी जान को खतरा बताया है. इस कारण उन्होंने पुलिस सुरक्षा की मांग भी की है. यह शिकायत भंवर जितेंद्र सिंह, उनके बेटे मानवेंद्र सिंह, बूंदी के पूर्व राज परिवार के सदस्य वंशवर्धन सिंह, उनके पिता बलभद्र सिंह, जयप्रकाश शर्मा, सिल्वन क्वाड्रोस, कोटा विकास प्राधिकरण के आयुक्त, सचिव, निलंबित तहसीलदार प्रवीण कुमार, कानूनगो मुरलीधर, पटवारी रामनिवास और जाखमुंड सरपंच हंसराज बंजारा के खिलाफ दिया है.
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आपको बता दें कि तालेड़ा थाना इलाके के तुलसी गांव स्थित बूंदी के पूर्व महाराव सूरजमल हाड़ा की छतरी को कोटा डेवलपमेंट अथॉरिटी के अधिकारियों ने 20 सितंबर को ध्वस्त कर दिया था. इसका काफी विरोध हुआ और पूरे प्रदेश में आंदोलन शुरू हो गया था. इसके बाद राजपूत समाज, पूर्व राज परिवार और केडीए के बीच सहमति बनी थी इसके बाद 4 अक्टूबर को पुनर्निर्माण का शिलान्यास किया गया है.