बेमेतरा: छत्तीसगढ़ के बेमेतरा जिले के ग्रामीण इलाकों में झोलाछाप डॉक्टर सक्रिय हैं. गांव गांव में डिस्पेंसरी खोलकर मरीजों का धड़ल्ले से इलाज कर रहे हैं. बिना डिग्रीधारी डॉक्टरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं होने के कारण उनके हौसले बुलंद हैं.
बेमेतरा जिला में बड़ी तादाद में झोलाछाप डॉक्टर सक्रिय: बेमेतरा जिला के ग्रामीण इलाकों में बड़ी तादाद में झोलाछाप डॉक्टर हैं. ये लोग गलत तरीके से मरीजों का इलाज करते हैं जिनसे उनकी जान पर बन आती है.
''मौसमी बीमारियों के साथ साथ कोलकाता से छत्तीसगढ़ आए बिना डिग्रीधारी बंगाली डॉक्टर भगंदर का ऑपरेशन भी कर रहे हैं. इसके लिए 40 से से 50 हजार रुपए प्रति ऑपरेशन भोले भाले ग्रामीणों से लिया जा रहा है.''- ग्रामीण
''झोलाछाप डॉक्टर न सिर्फ मरीजों का इलाज कर रहे हैं बल्कि उन्हें दवाई भी थमा रहे हैं.''- ग्रामीण
''स्वास्थ्य विभाग की उदासीनता के कारण झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हो पा रही है.''- ग्रामीण
कलेक्टर ने CMHO को कार्रवाई के दिए निर्देश: बेमेतरा कलेक्टर रणबीर शर्मा ने कहा है कि जिले में बहुत सारे झोलाछाप डॉक्टर लोगों की जान से खिलवाड़ कर रहे हैं. सीएमएचओ और सिविल सर्जन को झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं.
"जिले में जितने भी झोलाछाप डॉक्टर हैं, उनके खिलाफ नियमित रूप से कार्रवाई होती रहेगी" : रणबीर शर्मा,कलेक्टर,बेमेतरा
बेमेतरा जिला प्रशासन ने ऐसे डॉक्टर जो बिना डिग्री के इलाज कर रहे हैं. उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई के आदेश जारी किया है. बेमेतरा कलेक्टर के इस एक्शन का अब जिले में क्या असर पड़ता है यह देखने वाली बात होगी. जिले में इस ऑर्डर के बाद झोलाछाप डॉक्टर अपनी प्रैक्टिस बंद करते हैं कि नहीं ये भी देखने वाली बात होगी.