करनाल: हरियाणा में हर दिन ठंड में इजाफा हो रहा है. बढ़ते ठंड से जहां एक ओर आम जनमानस परेशान हैं. वहीं, दूसरी ओर कई तरह की फसलों को भी लाभ और नुकसान हो रहा है. बदलते मौसम से गेहूं की फसल को फायदा हो रहा है. जबकि सब्जी, फूल की खेती को भारी नुकसान हो रहा है. ठंड के प्रहार से सब्जियों की फसलों को बचाने के लिए कुछ उपाय जरूरी होते हैं.
किसानों को हो रहा नुकसान: बदलते मौसम और फसलों में हो रही लाभ हानी को लेकर करनाल के किसान संजू ने कहा, "ठंड का फायदा और नुकसान दोनों देखने को मिल रहा है. गेहूं की फसल के लिए यह फायदेमंद है. वहीं, सब्जी के लिए ये मौसम नुकसानदायक है. मौसम विभाग की तरफ से बारिश का अलर्ट भी जारी किया गया है. ऐसे में अगर बारिश होती है, तो गेहूं की फसल को भी नुकसान उठाना पड़ेगा. जो सब्जी उगाने वाले किसान हैं, उन्हें इस ठंड का भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है."
जानिए क्या कहते हैं कृषि विशेषज्ञ: वहीं इस बारे में कृषि विशेषज्ञ डॉ सीबी सिंह ने कहा, "ठंड से गेहूं को फायदा होगा, लेकिन जो सब्जी और फूल उगाने वाले किसान हैं, उन्हें नुकसान उठाना पड़ सकता है. गेहूं की फसल में भी किसानों को पीलापन देखने को मिलता है, लेकिन इससे किसानों को घबराने और कीटनाशक इस्तेमाल की जरूरत नहीं है. अधिक यूरिया की खाद का इस्तेमाल करने से वह धीरे-धीरे सही हो जाती है, लेकिन सब्जियों पर ठंड का ज्यादा प्रभाव होता है."
ठंड से फूल की खेती को नुकसान: कृषि विशेषज्ञ डॉ सीबी सिंह ने बताया, "ठंड अधिक पड़ रही है, जिसका सीधा असर सब्जियों पर और फूलों पर दिखाई दे रहा है. फूल लगाने वाले किसानों की शिकायत है कि फूलों के आकार छोटे रह रहे हैं. ठंड ज्यादा होने के चलते फूलों के पौधे के छोटी कलियां मुरझा जाती है, जिससे वह बड़ा आकार नहीं ले पाती और फूलों का फसल चौपट हो जाता है."
सब्जियों को हो रहा नुकसान: कृषि विशेषज्ञ डॉ सीबी सिंह का कहना है, "ठंड का असर सभी सब्जियों पर एक समान नहीं होता है. इसका सबसे ज्यादा असर टमाटर , बैंगन या इसे मिलती-जुलती सब्जियां जिनमें पौधे पर पहले फुल अंकुरित होता है और बाद में उसका फल बनता है, ऐसी सब्जियों को ठंड से नुकसान हो रहा है, क्योंकि ठंड की वजह से या पाले की वजह से फूल मुरझा जाते हैं जिससे वह फल नहीं बन पाता. इसी के चलते नुकसान हो जाता है, इससे उत्पादन पर काफी प्रभाव पड़ता है. पौधे की कई बार ग्रंथ भी रुक जाती है, जिससे पौधा सूख कर खत्म हो जाता है. हालांकि जो सब्जियां जमीन के अंदर मिट्टी में होती है. उन पर ठंड का कोई इतना असर नहीं होता, लेकिन बरसात होने पर प्याज-लहसुन पर असर जरूर पड़ता है."
ऐसे करें ठंड से पौधों का बचाव: डॉ. सीबी सिंह ने आगे बताया, "जिस दिन पाला पड़ने की संभावना हो उसी दिन किसान सब्जी के खेत के पास फसल अवशेष जलाकर उसका धुआं कर सकते हैं. इससे खेत के आसपास तापमान में कुछ सुधार होगा और नुकसान कम होगा. सुबह 2 बजे से लेकर शाम 4 तक पाला पड़ता है, जिससे सब्जी को सबसे ज्यादा नुकसान होता है. उस समय धुंआ करने से तापमान में थोड़ा नियंत्रण रहेगा. धुएं की वजह से पाला पड़ने के कम आसार होते हैं. शाम के समय हल्की सिंचाई करें. इससे भी पाला पड़ने के कम आसार होते हैं और फसल का बचाव होता है.इसके अलावा 1 मिलि सल्फर, 1 लीटर पानी में मिलाकर सब्जियों पर स्प्रे करने से उसमें नमी होती है और फसल को नुकसान कम होता है"
यानी कि ठंड और बारिश के बीच आप भी अपने फसल का इन खास उपायों से उपचार कर सकते हैं. इससे फसल भी सही रहेगा और किसानों को कम नुकसान उठाना पड़ेगा.
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