रायपुर: वैशाख कृष्ण पक्ष की अमावस्या के दिन कालसर्प दोष, पितृ दोष, त्रिपिंडी श्राद्ध, पूर्वजों की शांति के लिए पितृ शांति देव और सभी तरह के पितरों की शांति पूजन के लिए विशेष माना गया है. वैशाख कृष्ण पक्ष को रविंद्र नाथ टैगोर जयंती भी मनाई जाएगी. यह अमावस्या सर्वार्थ सिद्धि योग में पूरे देश में मनाई जाएगी.
इस अमावस्या में सर्वार्थ सिद्धि योग का संयोग : ज्योतिष और वास्तुविद पंडित विनीत शर्मा के अनुसार, "8 मई को वैशाख कृष्ण पक्ष की अमावस्या है. इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग भी बन रहा है. इस योग में किसी कार्य को आरंभ करेंगे तो विशेष लाभ मिलेगा. आभरणी नक्षत्र सौभाग्य और काण योग में मेष और वृषभ राशि के चंद्रमा में यह पर्व मनाया जाएगा. इसे स्नान दान अमावस्या के रूप में भी जाना जाता है. "
"वैशाख कृष्ण अमावस्या दान, स्नान और पूर्वजों के निमित्त पूजा करने के लिए विशेष रूप से जानी जाती है. इस दिन समस्त पूर्वजों और सभी ज्ञात या अज्ञात पितरों को याद कर अच्छे कार्य करने चाहिए. साथ ही जीवित माता-पिता की भी सेवा आज के शुभ दिन करनी चाहिए." - पं. विनीत शर्मा, ज्योतिष और वास्तुविद
भगवान शनि देव की करें पूजा : वैशाख कृष्ण अमावस्या के दिन भगवान शनि देव की पूजा विशेष रूप से की जाती है. भगवान शनि देव को काले तिल, नीले वस्त्र, काले कंबल आदि भेंट के रूप में चढ़ाई जाती है. साथ ही आज के दिन काली चींटी को शक्कर खिलाना भी शुभ माना गया है. आज के दिन सूर्यपुत्र शनिदेव को तेल चढ़ाने का विधान है."
गुस्से और विवाद से रहें दूर : यम के बड़े भाई शनि देव के लिए उपवास करने पर भी कामनाएं पूर्ण होती है. शनि देव न्याय के देवता भी माने जाते हैं. वैशाख कृष्ण अमावस्या के दिन मानसिक एवं अल्प बुद्धि के व्यक्तियों का विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए. आज के दिन अनावश्यक क्रोध और विवाद से दूर रहना चाहिए. इस दिन यात्रा को टालना उचित माना गया है.
DISCLAIMER: यह जानकारी पंडित जी के द्वारा बताई गई है.