झांसी : खेल-खेल में एक 10 साल की बच्ची 10 रुपये का सिक्का निगल गई. घरवाले उसे लेकर एक से दूसरे अस्पताल भटक रहे हैं, लेकिन इलाज नहीं मिल रहा है. दरअसल, कोलकाता की घटना के कारण सभी डॉक्टर्स हड़ताल पर हैं. बच्ची को सांस लेने में दिक्कत हो रही है, लेकिन कोई डॉक्टर इलाज करने के लिए तैयार नहीं है. बेबस घरवाले झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में इलाज की आस में बैठे हुए हैं.
कोलकाता में डॉक्टर के साथ रेप और हत्या के मामले में आईएमए के आह्वान पर यूपी में भी सभी डॉक्टर हड़ताल पर हैं. झांसी में भी स्वास्थ्य सेवाएं बेपटरी हैं. हालांकि कहा जा रहा है कि इमरजेंसी सेवाएं बहाल रहेंगी. लेकिन एक 10 साल की बच्ची को इलाज नहीं मिल रहा है. झांसी के मऊरानीपुर के भटपुरा निवासी कौशल ने बताया कि मजदूरी करने वाले उनके बड़े भाई प्रमोद की 10 साल की बेटी भूमि ने खेल-खेल में मुंह में 10 रुपए का सिक्का डाल लिया. गले में सिक्का फंस जाने के बाद बच्ची को सांस लेने में तकलीफ होने लगी. पास के स्वास्थ्य केंद्र पर दिखाने गए तो डॉक्टर ने झांसी मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर कर दिया. मेडिकल कॉलेज पहुंचने पर इमरजेंसी में मौजूद डॉक्टर ने प्राथमिक इलाज किया और एक्सरे भी कराया. एक्सरे में बच्ची के गले में फंसा 10 रुपए का सिक्का साफ दिखाई दे रहा है.
इमरजेंसी इंचार्ज हैरी ने बताया कि गले के विशेषज्ञ ही आगे का इलाज कर सकेंगे और इस समय वे स्ट्राइक पर हैं. इसलिए बच्ची के गले से सिक्का निकलने असमर्थ हैं. 10 साल की मासूम के गले में सिक्का फंसा होने से उसे सांस लेने में परेशानी हो रही है. हड़ताल कल सुबह तक है. इसके बाद ही इलाज मिलने के आसार हैं. अब परिजन बेबस होकर मेडिकल कॉलेज में ही बैठे हैं.