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सीएम योगी ने कीर्ति चक्र विजेता शहीद कैप्टन अंशुमान सिंह की मूर्ति का किया अनावरण - statue of Captain Anshuman Singh

बुधवार को राजधानी के बुद्धेश्वर चौराहे पर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कीर्ति चक्र विजेता शहीद कैप्टन अंशुमान सिंह की मूर्ति का अनावरण किया. इस मौके पर उपस्थित भारतीय सेना के वरिष्ठ अधिकारियों और जवानों का मुख्यमंत्री ने अभिनंदन किया.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Aug 21, 2024, 6:10 PM IST

Updated : Aug 21, 2024, 6:54 PM IST

लखनऊ: प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को राजधानी के बुद्धेश्वर चौराहे पर कीर्ति चक्र विजेता शहीद कैप्टन अंशुमान सिंह की मूर्ति का अनावरण किया. इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत माता के महान सपूत कैप्टन अंशुमान सिंह, जो 19 जुलाई 2023 को अपने सहयोगियों की रक्षा करते हुए सियाचिन में शहीद हुए थे, उनके पिता रवि प्रताप सिंह व माता मंजू सिंह व परिवार का देश ऋणी है और हम उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं. हम उनकी स्मृतियों को नमन करते हैं.

मुख्यमंत्री ने कहा है कि इस मौके पर उपस्थित भारतीय सेना के वरिष्ठ अधिकारियों और जवानों का वह अभिनंदन करते हैं. मुख्यमंत्री ने मूर्ति स्थापना और बुद्धेश्वर चौराहे के सुंदरीकरण की पहल के लिए लखनऊ नगर निगम की सराहना भी की.

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोई भी देश अपनी स्वाधीनता की रक्षा तभी कर सकता है, जब वह अपने अतीत को स्मरण करते हुए अपने गौरवशाली क्षणों से प्रेरणा ग्रहण करता है. हम सब जानते हैं कि देश की आजादी के बाद सीमाओं की सुरक्षा के लिए हमारे बहादुर जवानों ने अपने प्राणों बाजी लगाते हुए देश की सुरक्षा को सुनिश्चित किया और इसीलिए हर भारतवासी के मन में सेना के सभी जवानों के प्रति अपार सम्मान और स्नेह का भाव छिपा होता है. यह स्नेह और सम्मान का भाव हमारे सैनिकों और उनके परिवारों के उत्साह को कई गुना बढ़ जाता है. आज यह क्षण हमारे सामने है, जब हम शहीद कैप्टन अंशुमान सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने जो पंच प्रण हम लोगों को दिलाये हैं, उनमें से एक सैनिकों के सम्मान का भी है. प्रदेश में 2017 में हमारी सरकार बनने के बाद यह सुनिश्चित किया कि देश की सीमाओं की सुरक्षा करते हुए और आंतरिक सुरक्षा सुदृढ़ करते हुए या फिर कानून व्यवस्था में अपना योगदान बनाए रखने में अपना योगदान देने वाले जवान, चाहे वह सेना के हों या अर्धसैनिक या पुलिस बल से जुड़े हों, यदि वह अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए वीरगति को प्राप्त होते हैं, तो प्रदेश सरकार अपनी ओर से भी पचास लाख रुपये की सहायता प्रदान करती है. परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी भी दी जाती है. शहीदों की स्मृति को जीवंत रखने के लिए उनकी प्रतिमा की स्थापना के साथ-साथ संस्था या सड़क आदि का नामकरण भी किया जाता है.गौरतलब है कि कैप्टन अंशुमान सिंह का जन्म देवरिया जिले में हुआ था. उनकी सेवाओं के लिए उन्हें भारत सरकार ने मरणोपरांत कीर्ति चक्र से सम्मानित किया है. नगर निगम लखनऊ द्वारा इस चौराहे पर मूर्ति स्थापना के आज के इस कार्यक्रम में ग्राम्य विकास विभाग की राज्य मंत्री विजय लक्ष्मी गौतम, नगर प्रमुख सुषमा खर्कवाल, सेना के लेफ्टिनेंट जनरल मुकेश चड्ढा, लेफ्टिनेंट जनरल कविता सहाय, मेजर जनरल सलिल सेठ, मेजर जनरल समर चटर्जी, मेजर जनरल जे देवनाथ, मेजर जनरल करमाकर और शहीद कैप्टन अंशुमान के परिवारीजन उपस्थित थे.

यह भी पढ़ें: बहू ने नहीं छूने दिया शहीद बेटे का कीर्ति चक्र, घर का पता भी बदल लिया, कैप्टन अंशुमान के माता-पिता का छलका दर्द

यह भी पढ़ें: कांग्रेस सांसद का रायबरेली दौरा; राहुल गांधी से मिलीं शहीद कैप्टन की मां, बोलीं- अग्निवीर योजना खराब

लखनऊ: प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को राजधानी के बुद्धेश्वर चौराहे पर कीर्ति चक्र विजेता शहीद कैप्टन अंशुमान सिंह की मूर्ति का अनावरण किया. इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत माता के महान सपूत कैप्टन अंशुमान सिंह, जो 19 जुलाई 2023 को अपने सहयोगियों की रक्षा करते हुए सियाचिन में शहीद हुए थे, उनके पिता रवि प्रताप सिंह व माता मंजू सिंह व परिवार का देश ऋणी है और हम उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं. हम उनकी स्मृतियों को नमन करते हैं.

मुख्यमंत्री ने कहा है कि इस मौके पर उपस्थित भारतीय सेना के वरिष्ठ अधिकारियों और जवानों का वह अभिनंदन करते हैं. मुख्यमंत्री ने मूर्ति स्थापना और बुद्धेश्वर चौराहे के सुंदरीकरण की पहल के लिए लखनऊ नगर निगम की सराहना भी की.

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोई भी देश अपनी स्वाधीनता की रक्षा तभी कर सकता है, जब वह अपने अतीत को स्मरण करते हुए अपने गौरवशाली क्षणों से प्रेरणा ग्रहण करता है. हम सब जानते हैं कि देश की आजादी के बाद सीमाओं की सुरक्षा के लिए हमारे बहादुर जवानों ने अपने प्राणों बाजी लगाते हुए देश की सुरक्षा को सुनिश्चित किया और इसीलिए हर भारतवासी के मन में सेना के सभी जवानों के प्रति अपार सम्मान और स्नेह का भाव छिपा होता है. यह स्नेह और सम्मान का भाव हमारे सैनिकों और उनके परिवारों के उत्साह को कई गुना बढ़ जाता है. आज यह क्षण हमारे सामने है, जब हम शहीद कैप्टन अंशुमान सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने जो पंच प्रण हम लोगों को दिलाये हैं, उनमें से एक सैनिकों के सम्मान का भी है. प्रदेश में 2017 में हमारी सरकार बनने के बाद यह सुनिश्चित किया कि देश की सीमाओं की सुरक्षा करते हुए और आंतरिक सुरक्षा सुदृढ़ करते हुए या फिर कानून व्यवस्था में अपना योगदान बनाए रखने में अपना योगदान देने वाले जवान, चाहे वह सेना के हों या अर्धसैनिक या पुलिस बल से जुड़े हों, यदि वह अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए वीरगति को प्राप्त होते हैं, तो प्रदेश सरकार अपनी ओर से भी पचास लाख रुपये की सहायता प्रदान करती है. परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी भी दी जाती है. शहीदों की स्मृति को जीवंत रखने के लिए उनकी प्रतिमा की स्थापना के साथ-साथ संस्था या सड़क आदि का नामकरण भी किया जाता है.गौरतलब है कि कैप्टन अंशुमान सिंह का जन्म देवरिया जिले में हुआ था. उनकी सेवाओं के लिए उन्हें भारत सरकार ने मरणोपरांत कीर्ति चक्र से सम्मानित किया है. नगर निगम लखनऊ द्वारा इस चौराहे पर मूर्ति स्थापना के आज के इस कार्यक्रम में ग्राम्य विकास विभाग की राज्य मंत्री विजय लक्ष्मी गौतम, नगर प्रमुख सुषमा खर्कवाल, सेना के लेफ्टिनेंट जनरल मुकेश चड्ढा, लेफ्टिनेंट जनरल कविता सहाय, मेजर जनरल सलिल सेठ, मेजर जनरल समर चटर्जी, मेजर जनरल जे देवनाथ, मेजर जनरल करमाकर और शहीद कैप्टन अंशुमान के परिवारीजन उपस्थित थे.

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Last Updated : Aug 21, 2024, 6:54 PM IST
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