लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चाय और आयोग द्वारा नव चयनित लेखपालों को नियुक्ति पत्र बांटे. लोक भवन सभागार में आयोजित कार्यक्रम में सीएम योगी ने 7720 नव नियुक्त लेखपालों को अपने हाथ से नियुक्त पत्र बांटते हुए उन्हें उज्जवल कार्यकाल और पारदर्शिता के साथ जनता की सेवा करने का मूल मंत्र भी दिया.
मुख्यमंत्री ने कहा, कि 2022 की राजस्व विभाग के द्वारा भर्तियों को अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने पूरा किया है. कुछ लोगो की फितरत होती है,अच्छे कार्यों में रोड़े अटकाने और गुमराह करने की. उन्होंने इस कार्य में भी रोड़े अटकाए, लेकिन अधीनस्थ चयन आयोग सुप्रीमकोर्ट तक गया और और आज ये नियुक्ति पत्र वितरित किया जा रहा है. इस प्रक्रिया के पूरी होते ही प्रदेश में 30, 837 लेखपालों की नियुक्ति प्रक्रिया पूरी हो जाएगी.
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सीएम ने कहा, कि सरकार द्वारा पिछले 7 वर्षो से नियुक्ति प्रक्रिया निष्पक्ष रूप से चल रही है. इसकी वजह से 6 लाख से ज्यादा युवा प्रदेश के उन्नति में सहयोग दे रहे हैं. पुलिस विभाग ने ही अकेले 1 लाख 55 हजार युवा भर्ती किये. बिना भेदभाव और आरक्षण नियमो का पालन करते हुए युवा योग्यता अनुरूप भर्ती हो रहे है. मुख्यमंत्री ने पूर्ववर्ती समाजवादी पार्टी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, कि 2017 से पहले भर्ती प्रक्रिया में होल थे, एक परिवार आपस में जिले बांट लेते थे. चाचा भतीजे वसूली में निकल जाते थे, लेकिन आज नियुक्ति प्रक्रिया में निष्पक्षता से युवाओं में विश्वास आया है. युवाओं का विश्वास ही हमारी ताकत है.
मुख्यमंत्री ने कहा, कि ये वही प्रदेश है जब यहां का युवा बाहर जाता था, तो पहले ही छांट दिया जाता था. लेकिन, आज युवा का सम्मान होता है. लोग समझ गए है ये नया उत्तरप्रदेश है नए युवा है. पहले की सरकारों की नीयत साफ नही थी,भाई भतीजावाद होता,कोर्ट से स्टे होते थे. सरकार के दलालों, गुर्गों के जेब में पैसा आ जाता था. लेखपाल के नाम से लोगो को घबराहट होती है. ऐसा न हो कि आपसे लोग घबराएं. विवाद,हिंसक घटनाएं सिर्फ एक दो फिट के लिए हो जाती है. जनता की सेवा पारदर्शिता और समय बढ़ता तरीके से करनी है यही मूल मंत्र मानते हुए आप सबको उज्जवल कार्यकाल की ढेर सारी बधाई और शुभकामनाएं.
नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के साथ संसदीय कार्य एवं वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना राजस्व परिषद के अध्यक्ष रजनीश दुबे प्रमुख सचिव राजस्व पी गुरु प्रसाद सहित कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे.
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