कानपुर: यह बात हमेशा याद रखिएगा कि हमारा व्यक्तिगत स्वार्थ कोई मायने नहीं रखता. हर इंसान के सामने अपना एक लक्ष्य होना चाहिए. वह लक्ष्य है "राष्ट्र धर्म का लक्ष्य". मेरा किसी भी मंदिर और मस्जिद से कोई भी उपासना नहीं है. हां अगर कोई भी मेरे राष्ट्र धर्म के आने आ रहा है तो मुझे उसे जरूर किनारे करना पड़ेगा.
यह बातें रविवार राम विश्वविद्यालय कानपुर के तृतीय दीक्षांत समारोह में पहुंचे सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन के दौरान कहीं. सीएम योगी ने कहा कि रामा विश्वविद्यालय एक विराट वृक्ष बनकर न सिर्फ केवल शिक्षा स्वास्थ्य, तकनीकी ज्ञान, बल्कि नवाचार, शोध निवेश और रोजगार पर भी काफी तेजी से काम कर रहा है.
हमारा व्यक्तिगत स्वार्थ कोई मायने नहीं रखता है, हम सभी के सामने एक लक्ष्य होना चाहिए, वह है 'राष्ट्रधर्म' का... pic.twitter.com/vbC8qebHUU
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) December 8, 2024
उन्होंने कहा कि कोई भी सनातन धर्मावलंबी यह नहीं कह सकता है कि वह तभी हिंदू है, जब वह मंदिर जाएगा. जो मंदिर जाएगा वह भी हिंदू है और जो मंदिर नहीं जाएगा वह भी हिंदू है. इस बात को लेकर उसके लिए किसी भी प्रकार की कोई बाध्यता नहीं है. मैं वेदों को मानु या फिर ना मानु मैं शास्त्रों में विश्वास करूं या फिर न करूं, तभी मेरा हिंदुज्म कहीं मुझे भाग कर नहीं जा रहा है. वह तब भी हमें जोड़कर चल रहा है
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धर्म का तत्व सूक्ष्म: सीएम योगी ने कहा, कि हमने धर्म को सिर्फ उपासना तक ही सीमित करके नहीं रखा हुआ है. हमने किसी एक ईस्ट या एक ग्रंथ तक ही इसे सीमित नहीं करके रखा हुआ है. आज भी हर एक भारतीय परिवार अपने घर में वैदिक ग्रंथ को संजो कर रखे हुए हैं. उसका सदैव अनुसरण करता है. हर एक भारतीय को यह बात बहुत अच्छे से पता है, कि वह जी वैदिक ग्रंथ का अनुसरण कर रहा है.
यही उसकी पहचान है. धर्म का जो तत्व है बहुत ही सूक्ष्म है. इसे कोई भी व्यक्ति आसानी से नहीं समझ सकता है. इसलिए, हमारे महापुरुष जो भी कहें, उसका सदैव अनुसरण कर उनके मार्ग पर ही हमें चलना चाहिए. उन्होंने कहा, कि अगर हम अपने राष्ट्र धर्म को ही सदैव सर्वोपरि मानकर काम करेंगे तो भारत देश के विकास को कोई भी नहीं रोक पाएगा.
मेडल जीतने के बाद अब आपको समाज के लिए मॉडल बनना होगा: उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने कहा कि सफलता को अंतिम बिंदु मानकर नहीं चलना चाहिए. अभी तो यह सिर्फ शुरुआत है. सफलता जीतने का प्रारंभ होता है, सफलता विजय का आरंभ होता है. यह मानकर चलना चाहिए और उसी को दृष्टिगत रखते हुए अपने नए जीवन में ऐसे मुकाम हासिल करें की जो मेडल आपने जीते हैं. अब समाज के लिए आपको मॉडल बनना होगा. उन्होंने कहा कि,इस सफलता में जो आपने देखा की है आप तो बधाई के पात्र है ही साथ में आपके माता-पिता आपके गुरुओं को बधाई देना चाहता हूं.
राम विश्वविद्यालय के तीसरे दीक्षांत समारोह में 2023 और 2024 बैच के 1935 छात्र-छात्राओं को उपाधियां दी गई. इस दौरान सीएम योगी ने 51 छात्र-छात्राओं को पीएचडी की डिग्री उपाधि से नवाजा, तो वहीं 84 छात्रों को स्वर्ण और 41 को रजत पदक भी दिए. रामा विश्वविद्यालय के तीसरे दीक्षांत समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना, उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय भी शामिल हुए.
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