रायपुर: नरेंद्र मोदी टीम कैबिनेट विस्तार में पूरा छत्तीसगढ़ दिल्ली में था. प्रदेश अध्यक्ष हो, या फिर मुख्यमंत्री या छत्तीसगढ़ भाजपा के सभी विधायक. सभी लोग नरेंद्र मोदी को बधाई देने और केंद्रीय कैबिनेट में छत्तीसगढ़ के हिस्सेदारी देखने और उसकी खुशी मनाने के लिए दिल्ली में थे, लेकिन छत्तीसगढ़ के खाते में सिर्फ एक राज्य मंत्री का कोटा आया. इस बीच दिल्ली में सीएम से सवाल पूछा गया तो छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ने कहा कि "छत्तीसगढ़ में सब सांय सांय चल रहा है."
छत्तीसगढ़ में सांय-सांय: हालांकि सीएम साय ने "सांय सांय" की परिभाषा पहली बार दिल्ली के पत्रकारों को बताई. उन्होंने कहा कि, "छत्तीसगढ़ में सांय सांय का मतलब जल्दी-जल्दी होता है. संभव है साल 2024 के चुनाव में छत्तीसगढ़ की जनता ने जल्दी-जल्दी में एक बेहतरीन जनमत भाजपा को दे दिया, लेकिन भाजपा के तरफ से छत्तीसगढ़ के खाते में जो आना था, वह नहीं आया. अब जब भाजपा नेताओं से पूछा जा रहा है कि मोदी कैबिनेट में छत्तीसगढ़ की मजबूत हिस्सेदारी क्यों नहीं मिली तो कहा जा रहा है इंतजार कीजिए."
सीएम साय ने कहा इंतजार करिए: वहीं, दिल्ली से लौटने के बाद छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से जब एयरपोर्ट पर यह पूछा गया कि छत्तीसगढ़ की मजबूत हिस्सेदारी केंद्रीय कैबिनेट में नहीं रही. तो सीएम ने कहा कि, "अभी इंतजार करिए. एक राज्य मंत्री की सीट छत्तीसगढ़ से मिली है, तो पहले भी इतना ही मिलता था." मुख्यमंत्री से जब यह पूछा गया कि बृजमोहन अग्रवाल को मंत्री मंडल में शामिल नहीं किया गया, वो एक अनुभवी व्यक्ति थे. उस पर विष्णु देव साय ने कहा- "इंतजार कीजिए."
बदला दिखा सीएम का मिजाज: हालांकि दिल्ली में जब पत्रकारों ने मुख्यमंत्री से छत्तीसगढ़ के बारे में पूछा था उन्होंने कहा कि, "छत्तीसगढ़ में जो भी योजनाएं हम लोगों ने जनता के लिए तैयार की है, वह सभी योजनाएं समय पर पूरा होगी. किसानों के धान के एमएसपी का मामला हो, या महतारी बंदन योजना का या फिर वन उत्पादों को रखने का. जिन विषयों को हम लोगों ने सरकार के साथ जोड़कर के रखा, उन सभी योजनाओं को तेजी से चलाया जाएगा. छत्तीसगढ़ की जनता ने हमें काम करने का मौका दिया है, हम उसे पर खरा उतरेंगे. "हालांकि दिल्ली से लौटने के बाद एयरपोर्ट पर मुख्यमंत्री के बातों का मिजाज थोड़ा बदला हुआ था.
बता दें कि छत्तीसगढ़ ने जिस रफ्तार से भाजपा को जिताया था, छत्तीसगढ़ को उम्मीद थी कि छत्तीसगढ़ के खाते में विकास की बड़ी योजनाएं आएगी. बड़े मंत्री आएंगे, लेकिन अब तो मुख्यमंत्री ही कह रहे हैं कि इंतजार कीजिए. अब इंतजार कितना लंबा होगा, यह कहना मुश्किल है लेकिन एक बात तो साफ है अब बीजेपी ने बता दिया कि छत्तीसगढ़ को अभी इंतजार करना होगा.