रायपुर: छत्तीसगढ़ सरकार में इन दिनों निर्णय को लेकर असमंजस की स्थिति है. कुछ योजनाओं को जहां राज्य सरकार के एक मंत्री बंद करने की बात कर रहे हैं. तो दूसरी ओर सरकार के मुखिया मुख्यमंत्री योजना समीक्षा कर नफा नुकसान देखने के बाद निर्णय लेने के दावे कर रहे हैं. इस बीच एक बार फिर योजना को लेकर मुख्यमंत्री और मंत्री के बयान में विरोधाभास देखने को मिला है. इस बार यह विरोधाभास पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के द्वारा चलाई जा रही राजीव मितान क्लब योजना को लेकर है.
सीएम साय का बयान: दरअसल, राजीव मितान योजना बंद किए जाने को बीजेपी और कांग्रेस नेता की प्रतिक्रिया सामने आ रही है. इसे लेकर जब मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि उसकी समीक्षा करेगे. लाभ हानि देखेंगे फिर विचार करेंगे. यह बयान मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने शुक्रवार की शाम हेलीपैड पर दिया है.
योजनाओं से युवाओं को नहीं मिल रहा लाभ: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के इस बयान के कुछ देर पहले खेल एवं युवा कल्याण मंत्री टंकराम वर्मा का भी एक बयान सामने आया है. उन्होंने राजीव गांधी मैदान क्लब योजना को लेकर पूर्ववर्ती सरकार को घेरते हुए कहा था कि यह योजना अपने लोगों को लाभ पहुंचाने के लिए चलाई जा रही थी. प्रदेश के युवाओं को इस योजना की लाभ नहीं हो रहा था. इसलिए राजीव युवा मितान योजना को बंद कर दिया गया है.
पहले भी सीएम और मंत्री के बयान में दिखा अंतर: यह पहली बार देखने को नहीं मिला है कि जब मुख्यमंत्री और मंत्री के बयान में अंतर हो. इसके पहले भी बयान में इस तरह का विरोधाभास सामने आ चुका है. कुछ दिन पूर्व ही डिप्टी सीएम एवं गृहमंत्री विजय शर्मा ने पुलिस कर्मियों को साप्ताहिक अवकाश देने की बात कही थी और उसका आदेश जारी करने की सूचना दी थी. उनके इस बयान के बाद जब मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से सवाल किया गया तो उन्होंने इस तरह के आदेश जारी करने से साफ इनकार कर दिया था. अब एक बार फिर राजीव मितान योजना को लेकर मुख्यमंत्री और मंत्री के बयान में अंतर देखने को मिल रहा है.