रायपुर: राजधानी रायपुर के अटल बिहारी बाजपेयी ऑडिटोरियम मेडिकल कॉलेज में सिंधी समाज ने अभिनंदन समारोह आयोजित किया. इस समारोह में प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय भी शामिल हुए. इस दौरान सीएम साय ने चेटीचंड जयंती पर छत्तीसगढ़ में सरकारी अवकाश की घोषणा की है.
सिंधी समाज को मुख्यमंत्री ने किया संबोधित: कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा, "मोदी की गारंटी को पूरा करते हुए विकसित छत्तीसगढ़ का सपना साकार करेंगे." अभिनंदन समारोह में प्रदेशभर से आए सिंधी समाज के सदस्यों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा, "भारत-पाकिस्तान के विभाजन का सबसे ज्यादा दंश सिंधी समाज ने ही झेला है."
क्या है चेटी चंड जयंती? : चेटीचंड जयंती, सिंधी समाज का सबसे प्रमुख त्यौहार है. हर साल चैत्र नवरात्र के दूसरे दिन चेटीचंड जयंती या झूलेलाल जयंती मनाई जाती है. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, सिंधी नववर्ष चेटीचंड, उगादी या फिर गुड़ी पड़वा चैत्र नवरात्रि के दूसरे दिन मनाया जाता है. संत झूलेलाल भगवान को वरुण देवता का ही अवतार माना जाता हैं.
ऐसी है मान्यता: सिंधी समुदाय की पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, प्राचीन काल में दूसरे देशों की यात्रा के दौरान सिंधी समुदाय के लोग समुद्र से काफी डरते थे. इसलिए यात्रा के दौरान समुद्र के संकटों और लूटपाट से बचने के लिए वे लोग वरुण देव की पूजा करते. सिंधी समाज चेटीचंड को भगवान वरुण का अवतार भी मानते हैं.
आपको बता दें कि रायपुर काल यह अभिनंदन समारोह चेटी चंड महोत्सव समिति रायपुर और संपूर्ण सिंधी समाज छत्तीसगढ़ की ओर से आयोजित किया गया था.