रामपुर बुशहर: शिमला जिले के रामपुर में चार दिवसीय अंतरराष्ट्रीय लवी मेले का समापन हो गया है. गुरुवार को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने मेले के समापन समारोह की अध्यक्षता की. अंतरराष्ट्रीय लवी मेला हिमाचल प्रदेश का एक प्रसिद्ध और ऐतिहासिक मेला है. यह हिमाचल प्रदेश के सांस्कृतिक, आर्थिक और सामाजिक समृद्धि का प्रतीक माना जाता है. इस साल के लवी मेले में सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने एक अनूठी पहल की है. वीरवार को मेले में पहुंचे सीएम सुक्खू ने मेले में सराहन अनाथालय के बच्चों के साथ समय बिताया और उनका स्वागत किया.
सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने अपने व्यस्त कार्यक्रम के बीच से समय निकालकर सराहन अनाथालय के बच्चों को लवी मेले में आमंत्रित किया. उन्होंने बच्चों का स्वागत विशेष तौर पर किन्नौरी टोपी पहनकर किया, जो इस क्षेत्र की परंपरा और सम्मान का प्रतीक है. इस दौरान सीएम सुक्खू ने इस दौरान अनाथालय के बच्चों को सरकार का बच्चा माना और उनकी देखभाल को सरकार की जिम्मेदारी बताया. सीएम ने कहा कि, 'बच्चों की खुशियों और उनकी आवश्यकताओं को पूरा करना सरकार का कर्तव्य है. यह बच्चे हमारे हैं और इनका ख्याल रखना हमारी जिम्मेदारी है.'
इस आयोजन में लोक निर्माण विभाग के मंत्री विक्रमादित्य सिंह भी मौजूद रहे, जिन्होंने मुख्यमंत्री सुक्खू के इस प्रयास की सराहना की. विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि, 'यह पहल वास्तव में राज्य के सभी बच्चों के प्रति सरकार के समर्पण और उनके भविष्य को संवारने के लिए लाई गई योजनाओं की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. मुख्यमंत्री और उनके सहयोगियों ने बच्चों के साथ घुल-मिल कर उन्हें अपना होने का अहसास दिलाया और उनकी खुशियों में भागीदार बने.'
मेले के दौरान दिन के समय उपायुक्त शिमला अनुपम कश्यप और अन्य अधिकारी बच्चों के साथ विभिन्न झूलों, दुकानों और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का आनंद लेते नजर आए. बच्चों के चेहरे पर मुस्कान थी और वो इस विशेष अवसर पर बेहद खुश नजर आ रहे थे. उपायुक्त ने बच्चों के साथ बातचीत की, उनकी इच्छाओं को जाना और उन्हें विशेष अनुभव देने का प्रयास किया. इस दौरान बच्चों ने मुख्यमंत्री और अन्य अधिकारियों के साथ कई तस्वीरें खिंचवाईं.