शिमला: राजधानी शिमला के ऐतिहासिक जाखू मंदिर में दशहरा उत्सव धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. मंदिर के मैदान में रावण सहित मेघनाद और कुम्भकर्ण के पुतलों का दहन किया गया.
रावण दहन के इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की. मुख्यमंत्री ने रावण के पुतले का दहन रिमोट का बटन दबाकर किया. सीएम ने बताया "जाखू मंदिर में बहुत सालों से परंपरागत रूप से दशहरा मनाया जा रहा है और हजारों लोग इस दिन जाखू पहुंचते हैं. सीएम ने दशहरे को बुराई पर अच्छाई की जीत बताते हुए प्रदेशवासियों को बधाई दी."
जाखू मंदिर कमेटी ने इस बार रावण का पुतला 45 फीट, मेघनाथ का 40 फीट और कुम्भकर्ण का 35 फीट का पुतला बनाया था. दशहरा पर्व को लेकर जाखु मंदिर परिसर में काफी संख्या में लोगों की भीड़ रही. इसके मद्देनजर प्रशासन ने सुरक्षा से लेकर यातायात की उचित व्यवस्था की थी.
इसके लिए शिमला रिट्ज, संजौली और छोटा शिमला से मंदिर परिसर की ओर अतिरिक्त टैक्सियां चलाई गईं. दशहरे के अवसर पर निजी वाहनों के लिए मंदिर परिसर से दूर पार्किंग की व्यवस्था की गई थी ताकि मंदिर परिसर में अधिक भीड़ ना हो.
सुरक्षा के लिहाज से मंदिर समिति की ओर से वैकल्पिक रूट भी रखा गया था. शिमला के जाखू मंदिर के दशहरे की खास बात यह है कि यहां कई सालों से मुस्लिम परिवार रावण, कुम्भकर्ण व मेघनाथ के पुतले बनाने का काम करते हैं जो देशभर में भाईचारे का संदेश देते हैं.
इस बार भी जाखू में उत्तर प्रदेश के शाहनवाज ने पुतले बनाए. यूपी से आए कारीगर शाहनवाज ने कहा 25 वर्षों से वह इस कार्य से जुड़े हैं. शिमला में गत 18 वर्षों से वह पुतलों के निर्माण के लिए आ रहे हैं.
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