देहरादून: उत्तरकाशी जिले में स्थित यमुना घाटी के भाटिया गांव से बौखनाग महाराज जी की डोली मंगलवार को अयोध्या के लिए रवाना हो गई है. पहले पड़ाव के तहत बौखनाग महाराज जी की डोली और सैकड़ों श्रद्धालु देहरादून स्थित परेड ग्राउंड पहुंचे. जहां मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बौखनाग महाराज जी की डोली को अयोध्या के लिए रवाना किया. वहीं, सीएम धामी ने घोषणा किया कि बौखनाग मेला को राजकीय मेला किए जाने की जो औपचारिकताएं हैं, वो पूरी की जाएगी. पुरोला में पंपिंग योजना को लेकर वो खुद भी चिंतित हैं.
बाबा बौखनाग महाराज जी की डोली मंगलवार की सुबह भाटिया गांव से अयोध्या के लिए रवाना हुई थी. इसी क्रम में देहरादून में एक पड़ाव के बाद अब बाबा की डोली और सैकड़ों भक्त अयोध्या के लिए रवाना हो गए हैं. डोली पूरी रात सफर करने के बाद बुधवार सुबह अयोध्या पहुंचेगी. जहां सभी प्रभु राम के दर्शन करेंगे. अयोध्या में उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से श्रद्धालुओं के खाने पीने और रहने की व्यवस्था की गई है. बाबा बौखनाग महाराज जी की डोली को रवाना करते वक्त खुद सीएम धामी ने अपने कंधों पर डोली लेकर रवाना किया. साथ ही श्रद्धालुओं के साथ नृत्य भी किया.
कार्यक्रम के दौरान सीएम धामी ने बाबा बौखनाग समिति का धन्यवाद देते हुए कहा कि बाबा बौखनाग जहां बिराजे हैं, वहां मेला लगा हुआ है. सीएम ने सिलक्यारा टनल में फंसे मजदूरों का जिक्र करते हुए कहा कि सिलक्यारा टनल के निर्माण कार्य के दौरान 41 मजदूर वहां फंस गए थे. उस दौरान बाबा बौखनाग जी ने कृपा करी, जिसके चलते जो असंभव काम था, वो संभव हो गया और टनल में फंसे मजदूर बाहर आ गए.
कार्यक्रम के दौरान बाबा बौखनाग समिति की मांग पर सीएम धामी ने घोषणा की कि बौखनाग मेला को राजकीय मेले किए जाने की जो भी औपचारिकताएं हैं, उसको पूरा किया जाएगा.
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