देहरादून: राजधानी देहरादून के रायपुर थाना क्षेत्र में डोभाल चौक पर हुए गोली कांड का मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी संज्ञान लिया है. सीएम ने साफ किया है कि बदमाश छोटा हो या बड़ा किसी को भी देवभूमि का माहौल खराब करने की छूट नहीं दी जाएगी. सरकार पूरी तरह से पीड़ित परिवार के साथ खड़ी है. हत्याकांड में शामिल बदमाशों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी. इसके साथ ही सीएम ने पुलिस, नगर निगम और एमडीडीए से बदमाशों की अवैध प्रॉपर्टी और कारोबार की रिपोर्ट भी मांगी गई है.
बता दें कि बीते रविवार को रायपुर थाना क्षेत्र के डोभाल चौक के पास आपसी विवाद में एक पक्ष की तरफ से फायरिंग की गई थी. इस गोली कांड में तीन लोगों को गोली लगी थी, जिसमें से एक व्यक्ति प्रॉपर्टी डीलर रवि बडोला की मौत हो गई थी. जबकि रवि बडोला के दो साथी गोली लगने से घायल हो गए थे, जिनका हॉस्पिटल में उपचार चल रहा है.
इस मामले में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने डीजीपी अभिनव कुमार को आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे. हालांकि पुलिस ने वारदात के 24 घंटे के अंदर ही मुख्य आरोपी समेत पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. मुख्य आरोपी रणवीर को पुलिस मुठभेड़ के बाद राजस्थान से गिरफ्तार किया गया है. हालांकि इस गोलीकांड में संलिप्त दो आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है, जिनकी पुलिस तलाश में जुटी हुई है.
वहीं अब इस मामले में पुलिस ने आरोपियों की अवैध प्रॉपर्टी, कारोबार और उनसे तालुकात रखने वालों की जांच के भी निर्देश दिए है. साथ ही नगर निगम और एमडीडीए से बदमाशों के प्रॉपर्टी की रिपोर्ट मांगी गई है. मुख्यमंत्री ने साफ किया है कि कानून अपना काम कर रहा है. सरकार पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है. इस गोली कांड में घायलों को बेहतर इलाज दिया जाएगा. सीएम धामी ने बदमाश प्रवृत्ति के लोगों को स्पष्ट चेतावनी देते हुए कहा कि वो देवभूमि छोड़ दें, नहीं तो सरकार को कड़ी कार्रवाई को बाध्य होना पड़ेगा.
क्या हुआ था रविवार की रात: दरअसल, देहरादून के नेहरू ग्राम इलाके में रहने वाले रवि बडोला में अपनी कार इलाके के सागर यादव को दी थी. सागर ने रवि बडोला को बिना बताए उस कार को सवा चार लाख में सोनू भारद्वाज के यहां गिरवी रख दिया. रवि बडोला को उसकी कार गिरवी रखने की जानकारी मिली तो उसने सागर यादव से अपनी कार वापस मांगी, लेकिन सागर यादव ने कार वापस देने से मना कर दिया और रवि बडोला के साथ गाली-गलौज भी की.
आरोप है कि इसके बाद रवि ने अपनी कार से सोनू भारद्वाज से बात की, लेकिन उसने भी कार वापस देने से मना कर दिया. विवाद बढ़ा तो रवि ने अपने दोस्त सुभाष क्षेत्री और मनोज नेगी को भी बुला दिया. 16 जून की रात तीनों सोनू भारद्वाज के घर गए, जहां सोनू भारद्वाज, उसके भाई मोनू भारद्वाज, रामवीर, मनीष, अंकुश और योगेश से उनकी बहस हो गई. इन पांचों आरोपियों ने रवि और उसके दोस्त पर फायरिंग कर दी.
इस फायरिंग ने तीनों रवि, सुभाष क्षेत्री और मनोज नेगी को गोली लगी. फायरिंग की वजह से पूरे इलाके में हो हल्ला मच गया था. मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस भी मौके पर पहुंची. सुभाष क्षेत्री को तो उसके परिजनों और मनोज नेगी को पुलिस ने तत्काल हॉस्पिटल में भर्ती कराया, लेकिन देर रात भी रवि का कुछ पता नहीं लगा. पूरी रात परिजन और पुलिस रवि को ढूंढती रही. रवि की लाश सुबह डोभाल चौक के पास नाले में पड़ी हुई मिली.
पुलिस ने इस मामले में अभीतक पांच लोगों को गिरफ्तार किया है, जिसमें रामवीर मुख्य आरोपी है. रामवीर पर पहले भी कई आपराधिक मामले दर्ज है. रामवीर, मनीष, अंकुश और योगेश का सोनू भारद्वाज के यहां आना जाना है. रामवीर, मनीष, अंकुश और योगेश बीते कुछ दिनों से सोनू भारद्वाज के यहां ही रह रहे थे.
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