देहरादून: राजधानी देहरादून में सोमवार 29 अप्रैल को हुए भीषण अग्निकांड के बाद 15 परिवार बेघर हो गए. इस घटना का मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी संज्ञान लिया है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देहरादून जिलाधिकारी सोनिका को निर्देश दिए हैं कि वो प्रभावित परिवारों को यथासंभव मदद उपलब्ध कराएं. जिलाधिकारी की तरफ से प्रभावित परिवारों के लिए 40 पैकेट राशन मौके पर भेजा है.
बता दें कि देहरादून के गोविंदगढ़ इलाके में सोमवार को अचानक एक झोपड़ी में आग लगी थी, जो कुछ ही देर में अन्य झोपड़ियों तक भी पहुंच गई थी. आग ने करीब 15 झोपड़ियों को अपनी चपेट में ले लिया था. इस दौरान झोपड़ियों में रखे 8 गैस सिलेंडर भी फट गए थे, जिससे इलाके में अफरा-तफरी का माहौल हो गया था. इस अग्निकांड में इन झोपड़ियों में रहने वाले करीब 15 परिवार बेघर हो गए. इन झोपड़ियों में रहने वाले सभी लोग कूड़ा बीनने का काम करते हैं.
आग की कितनी विकराल थी, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि आग पर काबू पाने के लिए फायर ब्रिगेड की चार गाड़ियों की मदद लेनी पड़ी. वहीं इस दौरान फायर ब्रिगेड की टीम ने सात गैस सिलेंडरों को सुरक्षित बाहर निकाला, वरना हादसा और बड़ा हो सकता था.
प्राथमिक तौर पर जो जानकारी सामने आई है, उसके मुताबिक कोई व्यक्ति तार को जलाकर तांबा निकाल रहा था, उसी आग की चिंगारी से किसी एक झोपड़ी में पहले आग लगी और फिर देखते ही देखते आग ने 15 झोपड़ियों को अपनी चपेट में ले लिया.
हल्द्वानी में झोपड़ी में लगी आग: वहीं लालकुआं कोतवाली क्षेत्र के बिन्दुखत्ता स्थित पटेलनगर में झोपड़ी में भीषण आग लगने के कारण दो मवेशियों की जलकर मौत हो गई. जबकि एक पशु झुलस गया है. पीड़ित किसान ने सरकार से मुआवजे की मांग की है.
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