चंडीगढ़: गुरुवार को हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने फतेहाबाद में एक कार्यक्रम के दौरान गलत भाषण पढ़ दिया. जिसमें उन्होंने 10 साल के काम गिनवाए, लेकिन इन दस कामों में से 7 काम कांग्रेस काल में शुरू हुए थे. हालांकि सरकार ने इस मामले में जिला लोक संपर्क अधिकारी सस्पेंड दिया, लेकिन अब विपक्ष भी इसको लेकर जमकर चुटकी ले रहा है.
सीएम के गलत भाषण पर दुष्यंत चौटाला की चुटकी: मुख्यमंत्री नायब सैनी के गलत भाषण पर पूर्व उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि सैनी साहब अपने चार महीने के एक पूरे किए गए वादे को तो आगे आकर बताए. आप तो कांग्रेस के वक्त की बात कर रहे हो, जितने भी उनके सम्मान समारोह हुए हैं. उनमें से साधा से ज्यादा तो मेरे वक्त के और मेरे से जुड़े विभाग के हैं.
आम आदमी पार्टी ने भी साधा निशाना: आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सुशील गुप्ता भी सीएम के गलत भाषण के मामले में चुटकी ली. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को जो अधिकारी लिखकर देते हैं. वो उसी को पढ़ लेते हैं. इसी वजह से उन्होंने अपने कार्यकाल के काम गिनने के लिए कांग्रेस के शासनकाल के सारे काम गिना दिए. पुराना पेपर अधिकारियों ने उनको बनाकर दे दिया.
कांग्रेस ने सीएम नायब सैनी पर साधा निशाना: कांग्रेस पार्टी के नेता आफताब अहमद ने कहा कि हरियाणा में जो भी विकास कार्य हुए वो कांग्रेस के कार्यकाल में ही हुए. इनके पास अपने कोई काम गिनने के लिए नहीं है. इसलिए इन्होंने हमारे कामों को ही गिना. आज के दिन भी सरकार जो फैसला कर रही है. वो इस फैसले करने के लिए वैध नहीं है. क्योंकि यह सरकार अल्पमत में है. सरकार अपनी विफलताओं को छुपाने के लिए ये काम कर रही है.
फतेहाबाद में पढ़ा था गलत भाषण: बता दें कि फतेहाबाद में बीजेपी रैली में जब मुख्यमंत्री अपने काम गिनवा रहे थे, तो सामने बैठे लोग हंसने लगे. मंच पर बैठे पूर्व सांसद अशोक तंवर भी हैरान हो गए, क्योंकि मुख्यमंत्री ने जो काम गिनवाए. वो खुद तंवर ने कांग्रेस की सरकार में रहते करवाए थे. इसके बाद मुख्यमंत्री ने भाषण खत्म किया. मुख्यमंत्री को पास बैठे नेताओं ने ये बात बताई कि आपके भाषण की स्क्रिप्ट में कोई गड़बड़ है, लेकिन थोड़ी ही देर में मुख्यमंत्री का भाषण सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. मुख्यमंत्री नायब सैनी ने मामले में दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई के आदेश दिए. इसके बाद सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के अधिकारी आत्माराम कसाना को चीफ सेक्रेटरी ने सस्पेंड कर 48 घंटे के अंदर अपना पक्ष रखने को कहा है.