रांची: देश की राजनीति में ऐसा पहली बार हुआ जब किसी राज्य के मुख्यमंत्री के आवास पर ईडी की टीम पूछताछ करने पहुंची. इस दौरान झामुमो के कार्यकर्ता सीएम आवास से होकर जाने वाली सड़क के दोनों छोर पर जम रहे. ईडी की टीम के वापस लौटते ही मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन कार्यकर्ताओं के बीच पहुंचे और आने वाली संभावित चुनौतियों से संघर्ष के लिए एक तरीके से बिगुल फूंक दिया. उन्होंने कहा कि यह सरकार कोई गाजर-मूली नहीं है कि कोई उखाड़ कर फेंक दे. इसको जनता ने बनाया है, जो कबाड़ेगा, वह खुद कबड़ जाएगा.
'हर लड़ाई में सबसे पहले हेमंत सोरेन रहेगा खड़ा': सीएम हेमंत ने कहा कि इस राज्य पर गलत नजर रखने वालों को, हम लोग मुंहतोड़ जवाब देंगे. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने यह भी कहा कि हम लोगों के सामने राजनीतिक चुनौतियां हैं. आप सभी गांव में जाकर बताएं कि कैसे यहां के आदिवासी और मूलवासियों की खनिज संपदा और जल, जंगल, जमीन को लूटने की साजिश चल रही है. इस पर बड़े घरानों की नजर है. आपकी जेब काटकर, उनकी जेब भरने की कोशिश हो रही है. इस षड्यंत्र को हम लोग झारखंड में पूरा नहीं होने देंगे. उन्होंने कहा कि आपकी हर लड़ाई में हेमंत सोरेन सबसे पहले खड़ा रहेगा.
'पहली गोली खुद खाने को तैयार': मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस दिन से सरकार बनी है, उसी दिन से भी विपक्ष के लोग सरकार के खिलाफ षड्यंत्र रच रहे हैं. इनके षड्यंत्र के जाल को कुतर-कुतर कर हम आगे बढ़ रहे हैं. अब समय आ गया है जब हम लोग इनके ताबूत में आखिरी कील ठोकेंगे. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि आप लोग घबराइए मत, डटकर हौसला बुलंद रखिए. नेतृत्वकर्ता खुद पहले गोली खाएगा. उन्होंने कहा कि आज जिस तरीके से आप लोगों का साथ मिला है, उसके लिए मैं हमेशा आभारी रहूंगा.
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