रांची: करम पर्व के मौके पर रांची के आदिवासी हॉस्टल प्रांगण में आयोजित समारोह में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन शामिल हुए. उनकी पत्नी सह गांडेय विधायक कल्पना सोरेन भी उनके साथ मौजूद रहीं. इस दौरान दोनों ने ही पारंपरिक वस्त्र पहन रखा था. छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वह हॉस्टल की समस्याओं से वाकिफ हैं. इसलिए कल्याण विभाग की ओर से रांची में छात्र-छात्राओं के लिए मल्टी स्टोरी हॉस्टल बनाने का फैसला लिया गया है. इस हॉस्टल में छात्र-छात्राओं के लिए तमाम सुविधाएं होंगी. खाना बनाने के लिए कुक से लेकर गार्ड की भी सुविधा रहेगी.
इस मौके पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उनकी पत्नी कल्पना सोरेन ने मांदर बजाकर करम पर्व के प्रति अपनी आस्था का इजहार किया. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने देश के कोने-कोने में मौजूद आदिवासी समुदाय के लोगों को करम पर्व की शुभकामनाएं दीं. उन्होंने कहा कि इस बार भी लग रहा था कि झारखंड में सुखाड़ वाली नौबत आएगी लेकिन ऊपर वाले ने मेहरबानी दिखाई. अच्छी बारिश की वजह से इस बार अच्छी पैदावार की उम्मीद है.
बता दें कि करम या करमा पर्व झारखंड के आदिवासियों और मूल निवासियों की संस्कृति से जुड़ा एक लोकपर्व है. इसे भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक माना जाता है. हिंदू पंचांग के अनुसार भादो माह की एकादशी को मनाया जाने वाला करम पर्व आदिवासी परंपरा में विशेष महत्व रखता है. इस दिन आदिवासी पुरुष और महिलाएं एक साथ करम देवता की पूजा करते हैं. इस अवसर पर सभी सफेद रंग की साड़ी और लाल किनारी वाली धोती के पारंपरिक परिधान में जगह-जगह लोकनृत्य करते नजर आते हैं।. आदिवासियों के साथ-साथ सनातन धर्म प्रेमी भी इस पर्व में बड़े उत्साह के साथ भाग लेते हैं.
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