जामताड़ा: झारखंड विधानसभा अध्यक्ष रबींद्रनाथ महतो के पिता स्वर्गीय गोलक बिहारी महतो के श्राद्ध कार्यक्रम भाग लेने राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और गांडेय विधायक कल्पना सोरेन शनिवार को जामताड़ा पहुंचे. इस मौके पर जिला प्रशासन की ओर से गार्ड ऑफ ऑनर देकर सीएम हेमंत सोरेन का स्वागत किया गया. स्पीकर के आवास पर ने उनके पिता को श्रद्धांजलि अर्पित की.
रबींद्रनाथ महतो के पिता करीब 82 साल के थे और बीमारी के कारण उनका इलाज दुर्गापुर मिशन हॉस्पिटल पश्चिम बंगाल में हुआ. जहां उन्होंने अंतिम सांस ली. रबींद्रनाथ महतो अपने घर में शौक के बावजूद भी झारखंड विधानसभा के विशेष सत्र में भाग लिया और दोबारा विधानसभा अध्यक्ष का पदभार ग्रहण किया. इसके बाद अपने पैतृक आवास लौटकर अपने पिता के अंतिम संस्कार को रीति-रिवाज के अनुसार पूरा किया.
इस मौके पर विधानसभा अध्यक्ष रबींद्रनाथ महतो ने अपनी व्यथा और दुख प्रकट करते हुए कहा कि उनके पिता के गुजरने से पूरे परिवार में शोक की लहर है. लेकिन जो एक पुत्र का कर्तव्य और धर्म होता है, उसे रीति के अनुसार निभाएं हैं. साथ ही इस मुश्किल समय में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, कल्पना सोरेन, स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी और क्षेत्र के सभी नेता व कार्यकर्ता शामिल होकर उन्हें हिम्मत देने का काम किया.
बता दें कि विधानसभा अध्यक्ष रबींद्रनाथ महतो के पिता गोलक बिहारी महतो एक शिक्षक थे. शिक्षक के साथ-साथ एक समाजसेवी भी थे. उन्होंने अपने दायित्व को और अपने जीवन को शिक्षा के क्षेत्र में और सामाजिक कामों में समर्पित कर दिया. यही कारण है कि अपने पिता की प्रेरणा पाकर रबींद्रनाथ महतो शिक्षक भी बने. इसके बाद राजनीति में आकर वे झारखंड राज्य के दूसरी बार विधानसभा अध्यक्ष बने. लेकिन अफसोस की बात है कि उनके पिता अपने पुत्र के दोबारा विधानसभा अध्यक्ष बनते हुए नहीं देख पाए. जिसका मलाल उनके पुत्र और विधानसभा अध्यक्ष रबींद्रनाथ महतो को भी है.
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