नूंह: जिले के तावडू नगर पालिका कार्यालय में बुधवार को 6 सदस्यों की सीएम फ्लाइंग टीम औचक निरीक्षण करने पहुंची. ड्यूटी मजिस्ट्रेट नायब तहसीलदार तावडू जितेंद्र गिल नेतृत्व में करीब तीन घंटे तक कार्रवाई चली. निरीक्षण के दौरान कार्यालय और शहर की व्यवस्थाओं में कई खामियां पाई गई, जिनकी रिपोर्ट बनाकर टीम ने स्थानीय निकाय विभाग पंचकूला को प्रेषित कर दी है.
17 में से 4 कर्मचारी अनुपस्थित मिले : निरीक्षण के दौरान सामने आया कि मौके पर एचकेआरएन के तहत लगे कंप्यूटर ऑपरेटर नवीन अकेले पाए गए. रिकार्ड के अनुसार कार्यालय में कार्यरत कुल 17 कर्मचारियों में से क्लर्क पवन कुमार, क्लर्क राहुल, क्लर्क भारत भूषण और डाटा एंट्री ऑपरेटर मुकीम गैर हाजिर पाए गए. इस दौरान टीम ने जब दस्तावेजों की जांच की तो सीएम विंडो की 10 शिकायतें पेंडिंग पाई गई और जन संवाद की विकास कार्यों से संबंधित 60 शिकायतें लंबित पाई गई.
एनडीसी से संबंधित 28 शिकायतें पेंडिंग : इसके साथ ही एनडीसी से संबंधित 28 और प्रॉपर्टी आईडी से संबंधित 11 शिकायतें पेंडिंग मिली. जांच में सामने आया कि नगर की करीब 50 हजार की आबादी पर 16 वार्ड में डोर टू डोर कूड़ा उठाने के लिए टेंडर पूजा कान्सुलेशन कंपनी को दिया हुआ है. कार्यालय के रिकार्ड के अनुसार 24 कर्मचारी सफाई के लिए दिन में और 37 सफाई कर्मी रात के समय कार्यरत हैं. इसके अलावा कूड़ा उठाने के लिए चार छोटे ट्रैक्टर, एक टेंपो, दो बड़े ट्रैक्टर और एक लोडर लगा हुआ है.
शहर की व्यवस्था में मिली खामियां ही खामियां : जांच के दौरान सामने आया कि सुबह 8 बजे से 9 बजे तक शहर में कोई भी कर्मचारी या वाहन कूड़ा उठाते हुए नहीं मिला. इसके अलावा कूड़ा उठाने वाले वाहनों में जीपीएस सिस्टम भी काम करते नहीं मिले. इसी तरह कस्बे के सार्वजनिक शौचालय की सफाई व्यवस्था बदहाल मिली. शहर के मुख्य मार्गों पर जो स्ट्रीट लाइटें लगी हुई है, वो भी अधिकतर खराब मिली, जिनकी जवाबदेही नगर पालिका कनिष्ठ अभियंता की बनती है.
बंदर रेस्क्यू में करीब 14 लाख खर्च, हालात जस के तस: दस्तावेजों की जांच में सामने आया कि वर्ष 2023 में बंदरों को पकड़ने के लिए नगर पालिका प्रशासन द्वारा 8 लाख 15 हजार 571 रुपये और वर्ष 2024 में 6 लाख 24 हजार 429 रुपये का ठेका छोड़ा गया था. इतनी भारी भरकम राशि खर्च करने के बाद भी शहर में बंदरों का आतंक चरम पर है. निरीक्षण की कार्रवाई शुरू होने के कुछ देर बाद मुख्यमंत्री उड़न दस्ता डीएसपी दिनेश कुमार यादव भी पहुंचे और निरीक्षण कर रही टीम को जरूरी दिशा निर्देश दिए. मुख्यमंत्री उड़नदस्ता टीम ने कार्यालय में मिली खामियों की रिपोर्ट बनाकर निदेशक शहरी एवं स्थानीय निकाय विभाग पंचकूला को प्रेषित कर दी है.
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