देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को सचिवालय में पंचायतीराज विभाग की समीक्षा की. बैठक के दौरान सीएम ने कहा गावो में आयोजित होने वाले चौपाल में शासन के वरिष्ठ अधिकारियों और जिलों में जिलाधिकारियों की ओर से प्रतिभाग किया जाये. ग्राम पंचायतों के प्रबुद्धजनों के साथ बैठकर गांवों के विकास की योजनाओं पर काम किया जाये. ग्राम सभाओं के स्थापना दिवस को उत्सव के रूप में मनाया जाये. बैठक में अधिकारियों को मानक तय कर पंचायत भवनों का निर्माण करने के लिए निर्देशित किया गया. सीएम धामी ने कहा पंचायतों, जो भी पंचायत भवन बनाये जा रहे हैं, वो पर्वतीय शैली के आधार पर बनाये जाये, जिसमें उत्तराखण्ड की विरासत की झलक दिखाई दें.
पंचायत भवनों के लिए बेहतर स्थलों का चयन किया जाए, ताकि उनका ग्राम पंचायतों में पूरी तरह से उपयोग हो सके. पंचायत भवनों के निर्माण के लिए राज्य सरकार की ओर से स्वीकृत की जा रही 10 लाख की धनराशि को बढ़ाकर 20 लाख रूपये करने का भी सीएम ने निर्देश दिये. गांवों में सड़क निर्माण के समय नालियां भी बनाई जाये, ताकि जल निकासी की समस्या न हो. ग्राम पंचायतों में ओपन जिम और पार्कों की व्यवस्थाएं भी की जाए. सीएम ने निर्देश दिये कि सेना और अर्द्धसैन्य बलों के शहीदों के नाम पर उनके गांवों में मुख्य द्वार, स्कूलों और पंचायत भवनों के नाम रखा जाए और गांवों में शिलापटों पर शहीदों के नाम भी लिखा जाये.
सीएम धामी ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि गांवों के विकास के लिए 15वें वित्त आयोग से राज्य को मिली धनराशि का बेहतर तरीके से इस्तेमाल किया जाए. स्वच्छता, कूड़ा निस्तारण पर विशेष ध्यान दिया जाए. उन्होंने कहा गांवों के विकास के लिए जो भी योजनाएं बनाई जाए, उसको धरातल पर उतरने से पहले उसका आंकलन किया जाए. सभी ग्राम पंचायतों में कम्प्यूटर और हाई स्पीड इन्टरनेट कनेक्टिविटी की व्यवस्था की भी जाए.
कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने कहा गांवों के विकास के साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार को बढ़ावा दिया जाए. ग्राम पंचायतों में हो रहे कामों का वरिष्ठ अधिकारी खुद लगातार मॉनिटरिंग करें. सभी पंचायतों की परिसम्पतियों की जीआईएस मैपिंग की जाए. इसके साथ ही मल्टी-लेवल पार्किंग के निर्माण से पहले यह उनका उचित इस्तेमाल और देख-रेख हो इसका भी ध्यान रखें.