जयपुर : ज्यादा से ज्यादा निवेश बड़े और स्थानीय लोगों को अधिक रोजगार के अवसर मिले इसको लेकर प्रदेश की भजनलाल सरकार 9 से 11 दिसंबर तक 'राइजिंग राजस्थान' समिट आयोजित करने जा रही है. सरकार की कोशिश है कि प्रदेश में निवेश के नए द्वार खोले जाएं और निवेशकों को वो सब सुविधाएं दी जाए, जिनकी उन्हें जरूरत है. समिट के माध्यम से निवेशकों को न केवल प्रदेश की औद्योगिक विकास क्षमता से रूबरू होने का अवसर मिलेगा, बल्कि वे विकसित राजस्थान की यात्रा में मजबूत साझेदार बन सकेंगे. यही वहज है कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा इस इन्वेस्टमेंट समिट के जरिए अधिक से अधिक निवेशकों को आमंत्रित कर रहे हैं. पहले मुंबई और दिल्ली के साथ ही अब साउथ कोरिया और जापान में रोड शो करेंगे.
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर निवेशकों को निमंत्रण : मुख्यमंत्री ने कहा कि 'राइजिंग राजस्थान' समिट में बड़े निवेशकों को लाने के लिए राज्य सरकार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर निवेशक रोड-शो का आयोजन करने जा रही है. इसी क्रम में 9 से 10 सितंबर को साउथ कोरिया और 11 से 13 सितंबर तक जापान में रोड-शो, वन-टू-वन मीटिंग के साथ एमओयू कर इन्फ्रास्ट्रक्चर, केमिकल्स, ऑटोमोबाइल, इलेक्ट्रोनिक्स व खाद्य प्रसंस्करण आदि के संबंध में निवेश करने के लिए निवेशकों को आमंत्रित किया जाएगा.
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उन्होंने बताया कि साउथ कोरिया के सियोल में 9 सितम्बर को टूरिज्म रोड-शो का आयोजन किया जाएगा. साथ ही 10 सितम्बर को कोरिया स्टोन एसोसिएशन के साथ राउंड टेबल कॉन्फ्रेंस की जाएगी. सीएम ने बताया कि 11 से 13 सितम्बर की अवधि में जापान के टोक्यो में रोड-शो, नीमराना-डे सेलेब्रेशन और कॉर्पोरेट कंपनीज के साथ मीटिंग का आयोजन किया जाएगा. उन्होंने कहा कि आगामी समय में राज्य सरकार यूनाइटेड किंगडम, जर्मनी एवं संयुक्त अरब अमीरात आदि कई देशों में भी इस तरह का आयोजन करेगी.
दिल्ली में आयोजित होगा रोड-शो : सीएम भजनलाल शर्मा ने कहा कि 'राइजिंग राजस्थान' के तहत राज्य सरकार देश और विदेश के विभिन्न शहरों में निवेशक रोड शो आयोजित कर रही है, ताकि विश्वभर के निवेशकों को राजस्थान में निवेश करने के लिए आमंत्रित किया जा सके. इस माह के अंत में राज्य सरकार दिल्ली में निवेशक रोड-शो का आयोजन करने जा रही है. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे दिल्ली में कार्यरत सभी उद्यमियों से संपर्क कर उन्हें अधिक से अधिक संख्या में आयोजन के लिए आमंत्रित करें. शर्मा ने कहा कि अधिकारी प्रवासी राजस्थानी उद्योगपतियों से भी समन्वय स्थापित कर उन्हें निवेश संबंधी सभी आयोजनों से जोड़ना सुनिश्चित करें.
प्रचुर प्राकृतिक संसाधन प्रदेश के लिए वरदान : मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में प्राकृतिक संसाधन प्रचुर मात्रा में उपलब्ध हैं, जिससे प्रदेश की आर्थिक तस्वीर बदल जाएगी. यहां सौर ऊर्जा, पर्यटन, वन्यजीव, मिनरल्स और औद्योगिक गतिविधियों के लिए वृहद् भूमि एवं संसाधन की उपलब्धता प्रदेश में निवेश की अपार संभावनाओं की ओर द्वार खोलती है. ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे, जयपुर मैट्रो, ईस्टर्न राजस्थान कैनाल प्रोजेक्ट, दिल्ली-मुंबई इंडस्ट्रियल कॉरीडोर (डीएमआईसी) और वेस्ट्रन फ्रेट कॉरीडोर जैसी इंफ्रास्ट्रक्चर की बड़ी परियोजनाएं यहां निवेश के लिए अनुकूल वातावरण उपलब्ध करवा रही है.