जयपुर. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा एक बार फिर अपनी टंग स्लिप को लेकर चर्चाओं में हैं. बुधवार को बजट पेश होने के बाद जब सीएम मीडियाकर्मियों से रूबरू हुए तो उन्होंने ऊंट को राष्ट्रीय पशु बता दिया, जबकि ऊंट राज्य पशु है और बाघ राष्ट्रीय पशु है. सीएम का यह बयान सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. साथ ही सोशल मीडिया पर सीएम के ज्ञान को लेकर टिका टिप्पणियों का दौर भी शुरू हो गया है.
ऊंट को बताया राष्ट्रीय पशु : दरअसल, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा बुधवार को बजट में की गई घोषणाओं के बाद मीडियाकर्मियों से मुखातिब हुए. इस दौरान उन्होंने कहा कि हमारे रेगिस्तान के जहाज ऊंट जो कि राष्ट्रीय पशु है, उसके पालन के लिए हमारी सरकार ने अनुदान राशि को बढ़ाया है. पहले ऊंट पालन के लिए 10 हजार रुपए मिलते थे, लेकिन अब इस राशि को बढ़ाकर 20 हजार कर दिया गया है. सीएम ने आगे कहा कि हमारी सरकार ने पशुओं को लेकर बजट में बहुत सी घोषणाएं की है, जिसमें पशुचिकित्सक भर्ती भी शामिल है.
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इससे पहले भी फिसली जुबान : ऐसा नहीं है कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की पहली बार जुबान फिसली हो, इससे पहले भी कई बार भाषण के दौरान उनकी जुबान फिसली है. साथ ही कई शब्द भी सीएम शुद्ध नहीं बोल पाते हैं. फिर चाहे वो हेलीपैड हो या फिर एंटी नार्को टेस्ट. इतना ही नहीं भीलवाड़ा भी मुख्यमंत्री सही तरीके से नहीं बोल पाते हैं. अब सीएम का यह बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.