जयपुर. इमारती पत्थर उद्योग को प्रोत्साहन देने के मकसद से फिक्की की ओर से इंडिया स्टोन मार्ट के 12वें संस्करण की शुरुआत हुई. फिक्की की ओर से 1 से 4 फरवरी तक आयोजित किए जा रहे इस स्टोन मार्ट में 411 एग्जीबिटर्स शिरकत कर रहे हैं. चार दिवसीय इस फेस्ट में 84 विदेशी और 296 भारतीय एग्जीबिटर्स शामिल हैं. वहीं, उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि राज्य की अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ बनाने में उद्योगों की महत्वपूर्ण भूमिका है. ऐसे में आगामी संभावनाओं को देखते हुए राज्य वाइब्रेंट गुजरात की तर्ज पर उद्योग समिट का आयोजन करेगी, जिससे उद्यमियों को राज्य में निवेश के समुचित अवसर प्राप्त हो सकें. सीएम ने कहा कि राज्य सरकार की ओर से उद्यमियों को विभाग से जुड़ी सभी क्लीयरेंस एक ही छत के नीचे देने के लिए सिंगल विंडो सिस्टम को अब प्रभावी रूप से लागू किया जाएगा.
राम मंदिर में दिखी राजस्थान की विरासत : सीएम भजनलाल शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार की ओर से उद्यमियों को विभाग से जुड़ी सभी क्लीयरेंस एक ही छत के नीचे देने के लिए सिंगल विंडो सिस्टम को अब प्रभावी रूप से लागू किया जाएगा. उन्होंने उद्यमियों से आह्वान किया कि वे राज्य में निवेश के लिए आगे आएं. साथ ही राज्य सरकार उद्यमियों की हर संभव मदद के लिए तैयार है. मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा की. इस भव्य मंदिर में राजस्थान के गुलाबी पत्थर व मार्बल का इस्तेमाल किया गया है, जो हम सभी के लिए गर्व की बात है.
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उन्होंने कहा कि राज्य में पत्थर उद्योग को विश्व के मानचित्र पर प्रमुखता से स्थापित करने में इंडिया स्टोन मार्ट एक मील का पत्थर साबित हुआ है. राज्य का पत्थर देश ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी लोकप्रिय है. साथ ही इसकी आपूर्ति राज्य के उद्यमियों की ओर से भरपूर फलीभूत की जा रही है. सीएम ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण की दृष्टि से उद्योगों से निकलने वाले वेस्ट को रिसाइकल करना बहुत आवश्यक है. इस तरह के वेस्ट को उद्योग के रूप में विकसित किया जा सकता है. जैसा की वर्तमान में किशनगढ़ मार्बल की स्लरी का उपयोग उद्योग के रूप में किया गया है.
पत्थर उद्योग से मिला 10 लाख लोगों को रोजगार : उन्होंने उद्योग की महत्ता पर जोर देते हुए कहा कि जिस भी स्थान पर उद्योग लगाया जाता है, वहां न केवल वहां के लोग काम करते हैं, बल्कि आसपास के लोगों को भी रोजगार मिलता प्राप्त है. इससे वहां आर्थिक समृद्धि फैलती है. सीएम ने कहा कि पूर्व में जहां राज्य मार्बल व सेंड स्टोन के लिए जाना जाता था, लेकिन कुछ दशकों से राज्य में ग्रेनाइट उद्योग का भी तेजी से विकास हुआ है. राज्य की अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने में पत्थर उद्योग ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. साथ ही राज्य में पत्थर उद्योग से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से 10 लाख लोगों को रोजगार मिल रहा है.
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‘मेक इन इंडिया’ का संकल्प हो रहा साकार : उद्योग मंत्री कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने कहा कि अगले 5 साल में पत्थर उद्योग में रिकॉर्ड वृद्धि हासिल करने का विभाग ने संकल्प लिया है. उन्होंने उद्यमियों की तारीफ करते हुए कहा कि ‘मेक इन इंडिया’ के संकल्प को साकार किया जा रहा है. इस दौरान मुख्य सचिव सुधांश पंत ने कहा कि राज्य सरकार की ओर से उद्यमियों को प्रोत्साहन देने के लिए नियमों का सरलीकरण किया जाएगा, जिससे उद्यमियों को राज्य में निवेश का सकारात्मक माहौल मिलेगा. उन्होंने आगे कहा कि राज्य में पत्थर उद्योग के साथ ही नवीकरणीय ऊर्जा, जवाहरात, खनन सहित विभिन्न औद्योगिक क्षेत्रों में अपार संभावनाएं हैं.