जयपुर : पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से प्रदेश की भजनलाल सरकार पर सोशल मीडिया के जरिए लगाए जा रहे आरोपों पर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने तीखा पलटवार किया. सीएम ने कहा कि "वह ट्वीट-ट्वीट करते हैं. हमें सलाह देने का काम कर रहे हैं, लेकिन उन्हें पहले अपने शासनकाल में किए गए कामों को देखना चाहिए. अपने शासनकाल के ट्वीट को देखना चाहिए. उसके बाद हमें सलाह देने का काम करें, जिन्होंने 5 साल कुछ नहीं किया वह हमें सलाह दे रहे हैं, उन्होंने किसी जरूरतमंद को कोई सहायता नहीं दी, ऐसे लोगों को कुछ कहने का हक नहीं है." इसके साथ ही सीएम भजनलाल ने विमुक्त, घुमंतु और अर्ध घुमंतु परिवारों को पट्टा वितरित करते हुए इस बात को लेकर भी आश्वस्त किया कि मोदी है तो मुमकिन है. आज पट्टा मिला है, तो कल छत भी मिलेगी.
अपने शासनकाल को याद करें : सीएम भजनलाल शर्मा ने पूर्व कांग्रेस सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा कि कांग्रेस वाले आरोप लगाते हैं, बिजली नही मिल रही है, लेकिन ये कर्मकांड तो उन्हीं के किए हुए हैं. हम एक बार फिर दोहरा रहे हैं 2027 तक किसानों को दिन में भी बिजली मिलने लगेगी. अभी जो कटौती है वो कांग्रेस सरकार का खोदा हुआ गड्ढा है, जिसे हम भर रहे हैं. सीएम भजनलाल शर्मा ने कहा कि आज यह लोग ट्वीट करके हमें सलाह देने का काम करते हैं. ये लोग जरा अपनी सरकार के समय के ट्वीट भी देख लीजिए कि आप क्या करते थे. आप हमको सलाह देते हैं, पहले अपने समय किए गए कामों को भी ध्यान से देख लीजिए. सीएम का यह बयान कुछ दिन पहले पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से किए गए ट्वीट से जोड़कर देखा जा रहा है. अशोक गहलोत ने कुछ दिन पहले ट्वीट करके कहा था कि सरकार गांधी वाटिका को जल्द आमजन के लिए शुरू करे. आज गांधी जयंती के मौके पर सरकार ने गांधी वाटिका का संचालन शुरू कर दिया है.
90 हजार वैकेंसी निकालने का फैसला : सीएम भजनलाल शर्मा ने कहा कि हमने एक साथ 90 हजार वैकेंसी निकालने का फैसला किया है. 29 सितंबर को कैबिनेट की बैठक में हमने यह फैसला लिया. उन्होंने कहा कि इस वैकेंसी के बाद प्रदेश के हर गांव से 2-3 लोग सरकारी नौकरी में होंगे. सीएम भजनलाल ने कहा कि यह पद एक-दो साल में खाली नहीं हुए हैं. यह पद कई सालों से खाली पड़े हैं, लेकिन उन लोगों ने कभी भी इन पदों को भरने की कोशिश नहीं की. सीएम भजनलाल शर्मा ने कहा कि चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के 60 हजार, वाहन चालकों के 23 हजार पदों पर हम निष्पक्ष भर्ती करेंगे. इसमें परीक्षा होगी, किसी तरह का कोई इंटरव्यू नहीं होगा. इसके साथ ही हम 23 हजार पदों पर सफाईकर्मियों की भर्ती भी कर रहे हैं. सीएम भजनलाल शर्मा ने कहा कि "मैंने आरपीएससी और कर्मचारी चयन बोर्ड से कहा है कf परीक्षाएं जल्दी-जल्दी करवाएं." सीएम ने कहा कि हमने कहा था कि एक साल में 1 लाख भर्तियां करेंगे. आज भी आपसे कह रहा हूं, ज्यादा भले ही हो जाए, लेकिन एक भी वैकेंसी कम नहीं होगी. यह मैं आपको विश्वास दिलाता हूं.
इसे भी पढ़ें- कांग्रेस सरकार के बनाए गड्ढों को भर रही है सरकार- कैलाश मेघवाल - BJP ST Morcha President
सीएम ने पूछा पट्टा मिल गया : सीएम ने पट्टा वितरण कार्यक्रम में प्रदेश के अलग-अलग जिलों में मौजूद लाभार्थियों से बात भी की. पाली जिले के लाभार्थी हुक़्माराम ने बातचीत के दौरान कहा कि समाज वर्षों से इधर-उधर भटक रहा था, लेकिन आज हमें भूखंड का पट्टा मिल गया. आगे भी कोई सरकार की योजना या कोई सुविधा मिले तो बताना. इस पर सीएम सहित ऑडिटोरियम में मौजूद सभी लोग हंसने लगे. सीएम भजनलाल शर्मा ने कहा कि तैयार रहिए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हर तरह की सुविधा देंगे. बता दें कि राजस्थान मे रहने वाली 32 विमुक्त, घुमंतु एवं अर्द्ध घुमंतु जाति के दर-दर घूमने वाले बेघर लोग अपने स्थाई घर का सपना साकार हुआ है. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा शिक्षा एवं पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर की मौजूदगी में प्रदेश के 21 हजार बेघर घुमंतू परिवारों को सरकार ने गांवों में 300 वर्ग गज तक के भूखंड का पट्टा दिया गया. कार्यक्रम में सीएम ने चयनित 10 जिलों के लाभार्थियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से संवाद भी किया. कुल चयनित 20,721 परिवारों को प्रथम चरण में पट्टे दिए गए. राजस्थान में सरकारी आंकड़ों के अनुसार 1 लाख 23 हजार 757 घुमंतू परिवार हैं. इनमें 49 हजार 950 के पास पहले से पट्टे हैं. 51,088 आवासहीन परिवार हैं. 33 हजार 350 ने भूखंड के लिए आवेदन किया है.