कानपुर : 'मुझे अपनी अकड़ मत दिखाइए. मुझे भी इसी जनता ने चुना है और मैं जनता के बीच ही रहता हूं.' बिठूर से भाजपा विधायक ने जब यह बात आईपीएस से कही, तो जनता ने भी पीछे खड़े होकर विधायक का साथ दिया और पुलिस वापस जाओ के नारे लगाए.
भाजपा विधायक व आईपीएस अधिकारी की बहस : मंगलवार को जिस तरह सूरज की तपिश तेज और गर्म थी, ठीक वैसे ही बिठूर से भाजपा विधायक अभिजीत सिंह सांगा और आईपीएस अधिकारी अमोल मुरकुट के बीच हुई बहस से सचेंडी का माहौल गरमा गया. भाजपा विधायक से जब आईपीएस अधिकारी की बहस हुई तो विधायक ने साफ कहा, कि यहां आपकी जरूरत नहीं है. क्षेत्र में पुलिस के प्रति जनता का अविश्वास बढ़ता जा रहा है. आईपीएस को यह बात सुननी नागवार गुजरी तो वह भी मौके से उठकर वापस चल दिए.
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो : हालांकि, पूरे मामले में पुलिस की जिस तरह से लापरवाही सामने आई और एक सब्जी विक्रेता ने केवल इसलिए जान दे दी, क्योंकि आरोप है कि चौकी प्रभारी उससे जबरन वसूली करते थे. उससे सचेंडी के लोगों में बहुत अधिक आक्रोश है. भाजपा विधायक सब्जी विक्रेता के परिजनों को सांत्वना देने पहुंचे थे. इस पूरे मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ. हालांकि ईटीवी भारत वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता.
सोमवार को मतदान के दौरान दरोगा और भाजपा जिलाध्यक्ष में हुई थी तकरार : मंगलवार को जहां भाजपा विधायक अभिजीत सिंह सांगा व आईपीएस अमोल मुरकुट के बीच हुई तीखी बहस का वीडियो सोशल वीडियो पर जमकर वायरल हुआ. वहीं, सोमवार को शहर में मतदान के दौरान भाजपा उत्तर जिलाध्यक्ष दीपू पांडेय व दरोगा के बीच भी जमकर तकरार हुई थी. यही नहीं, कुछ दिनों पहले ही एसीपी सीसामऊ श्वेता कुमारी भाजपा महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष सरोज सिंह से भिड़ गई थीं तो इस मामले में एमएलसी सलिल विश्नोई ने कहा था, कि एसीपी माफी मांगें नहीं तो सीएम से शिकायत कर एसीपी को सस्पेंड करा देंगे. ऐसे में शहर में एक हफ्ते के अंदर पुलिस और भाजपाइयों के बीच नोंकझोंक, तकरार व तीखी बहस का तीसरा मामला मंगलवार को सामने आ गया.
भाजपा विधायक अभिजीत सिंह सांगा का कहना है कि पूरे मामले की जानकारी पुलिस कमिश्नर को दे दी है. किसी को अभद्रता करने और अकड़ दिखाने का अधिकार नहीं है. आईपीएस अधिकारी अमोल मुरकुट का कहना है कि मेरा कोई वीडियो वायरल हुआ है, इसकी मुझे जानकारी ही नहीं है.